Satyamev Jayate Quick Movie Review : भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग की है कहानी, टुकड़ों में अच्छा है फिल्म का पहला पार्ट
फिल्म 'सत्यमेव जयते' का पहला हाफ खत्म हो चुका है और अब हम आपके लिए इसका क्विक रिव्यू लेकर आए हैं.
बॉलीवुड लवर्स के लिए इस बार का स्वतंत्रता दिवस और भी खास साबित होने वाला है क्योंकि इस साल 15 अगस्त के अवसर पर सिर्फ एक नहीं, बल्कि दो बड़ी फिल्में बड़े पर्दे पर रिलीज होने जा रही हैं. अक्षय कुमार की फिल्म 'गोल्ड' का रिव्यू हम पहले ही आपके लिए पेश कर चुके हैं और इस वक्त हम जॉन अब्राहम की फिल्म 'सत्यमेव जयते' का प्रेस शो देख रहे हैं. इस फिल्म में जॉन अब्राहम के अलावा आयशा शर्मा और मनोज बाजपेयी भी अहम भूमिका में हैं. आयशा शर्मा इस फिल्म से अपना बॉलीवुड डेब्यू कर रही हैं. फिल्म का पहला हाफ खत्म हो चुका है और अब हम इसका क्विक रिव्यू आपके लिए लेकर आए हैं.
सत्यमेव जयते भ्रष्टाचार के खिलाफ बनाई गई एक फिल्म है. फिल्म की शुरुआत बहुत धमाकेदार है. इसमें दिखाया जाता है कि जॉन अब्राहम भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं. फिल्म की कहानी भ्रष्टाचार के इर्द-गिर्द ही घुमती है. जॉन का मकसद करप्ट अफसरों को मारकर देश से भ्रष्टाचार को खत्म करने का है. इसलिए वह अफसरों का मर्डर करते हैं. आयशा शर्मा को भी एक देशभक्त के तौर पर दिखाया गया है. फिल्म में आयशा का पहला सीन बहुत ही अच्छा है. जॉन को पकड़ने के लिए मनोज बाजपेयी को बुलाया जाता है, जो कि एक पुलिस ऑफिसर है.
अभिनय की बात की जाए तो जॉन अब्राहम और मनोज बाजपेयी की जोड़ी खूब जम रही है. दोनों ने अपने-अपने किरदारों को बखूबी निभाया है. वहीं आयशा का डेब्यू भी काफी अच्छा है. उन्होंने अपने किरदार के साथ न्याय किया है.
फिल्म के लगभग सभी डायलॉग्स भी पटकथा को और मजबूत बनाते हैं पर इस फिल्म में एक बहुत ही बड़ी खामी है. कुछ सीन्स निर्माताओं को थोड़े और सीरियस बनाने चाहिए थे. इसलिए जहां पर हंसी नही आनी चाहिए थी वहां पर भी हंसी आ रही है.
इस फिल्म में म्यूजिक काफी अच्छा है. नोरा फतेही का दिलबर-दिलबर गाना बड़े पर्दे पर देखने पर और भी मजेदार लग रहा है. इसके अलावा फिल्म के बाकी गाने भी अच्छे है. फिल्म अभी तक टुकड़ों में ही हमें प्रभावित करने में सफल होती है.
हम उम्मीद करते हैं कि 'सत्यमेव जयते' का यह क्विक रिव्यू आपको पसंद आया होगा. जल्द ही हम इस फिल्म के फुल रिव्यू के साथ हाजिर होंगे.