मां मेनका ईरानी के निधन पर Farah Khan ने व्यक्त की भावनाएं, जीवन की कठिनाइयों का भी किया जिक्र!
प्रसिद्ध कोरियोग्राफर और फिल्म निर्माता फराह खान ने सोमवार को अपनी दिवंगत मां की याद में दिल की बात साझा की. साजिद खान और फराह खान की मां मेनका ईरानी का मुंबई में 26 जुलाई को निधन हो गया था.
Farah Khan Expresses Emotions on Mother Passing: प्रसिद्ध कोरियोग्राफर और फिल्म निर्माता फराह खान ने सोमवार को अपनी दिवंगत मां की याद में दिल की बात साझा की. साजिद खान और फराह खान की मां मेनका ईरानी का मुंबई में 26 जुलाई को निधन हो गया था. अपनी भावनात्मक पोस्ट में फराह ने अपनी मां के प्रति लगाव अभिव्यक्त किया और उनके निधन पर शोक मनाने के बजाय उनके जीवन का जश्न मनाने के उनके फैसले के बारे में भी बताया.
अपने मार्मिक संदेश में फराह ने लिखा, "मेरी मां एक बहुत ही अनोखी इंसान थीं. कभी भी लाइमलाइट में नहीं आना चाहती थी. अपने जीवन में उन्होंने कई सारी कठिनाइयों का सामना किया, इसके बावजूद भी वह एक खास महिला थीं. उनके मन में किसी भी तरह की कोई कड़वाहट या ईर्ष्या नहीं थी. उनसे मिलने वाला हर व्यक्ति उनसे प्यार करता था. वह मुझसे और साजिद से कहीं ज्यादा मजाकिया और मजेदार थीं. पता नहीं कि वो अपने लिए उमड़े सच्चे प्यार और संवेदना को देख पा रही हैं कि नहीं. उनके कई सहकर्मियों और हमारे घर में काम करने वाले लोगों ने कहा कि मेरी मां ने उन्हें ऋण दिलाने में मदद की थी या उन्हें पैसे भेजे थे और कभी भी बदले में पैसे मिलने की उम्मीद नहीं की.''
मां के साथ फराह खान
फराह ने आगे लिखा, ''हमारे दुख में हमारा साथ देने के लिए घर आए सभी लोगों का शुक्रिया. साथ ही उन लोगों का भी शुक्रिया, जिन्होंने संदेश भेजे और अभी भी संदेश भेज रहे हैं. नानावटी अस्पताल के सभी डॉक्टरों और नर्सों का शुक्रिया जिन्होंने हर दिन अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया. चंडीगढ़ पीजीआई और बेले व्यू अस्पताल के हमारे परामर्शदाता डॉक्टरों का शुक्रिया. हम आभारी हैं कि आपने हमें उसके साथ कुछ और दिन बिताने का मौका दिया.''
फराह ने कहा, "काम पर वापस जाने का समय आ गया है. यही वह चीज है जिस पर उन्हें हमेशा गर्व था. हमारा काम! मैं इस दुख की वजह से पड़ी गांठ को भरना नहीं चाहती ये हमेशा मेरे दिल में रहेगा. मैं उन्हें मिस नहीं करना चाहती क्योंकि वह हमेशा मेरा हिस्सा रही हैं. ब्रह्मांड की आभारी हूं कि उन्हें मेरी मां बनने दिया और हमें उनकी देखभाल करने का मौका दिया उसी करह जिस तरह उन्होंने पूरी जिंदगी अकेले ही हमारी देखभाल की थी."
फराह की श्रद्धांजलि उनकी मां के साथ उनके गहरे संबंध और उनकी मां द्वारा अपने आस-पास के सभी लोगों के प्रति दिखाए गए अपार प्रेम और उदारता को दर्शाता है.