ताजा खबरें | शून्यकाल और प्रश्नकाल चढ़ा हंगामे की भेंट चढ़ा, रास दो बजे तक स्थगित
Get latest articles and stories on Latest News at LatestLY. सरकार और विपक्षी दलों के बीच संसद में गतिरोध सोमवार को भी जारी रहा और पेगासस जासूसी विवाद, तीन कृषि कानूनों सहित विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक एक बार के स्थगन के बाद प्रश्नकाल के दौरान बारह बज कर तीस मिनट पर दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
नयी दिल्ली, दो अगस्त सरकार और विपक्षी दलों के बीच संसद में गतिरोध सोमवार को भी जारी रहा और पेगासस जासूसी विवाद, तीन कृषि कानूनों सहित विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक एक बार के स्थगन के बाद प्रश्नकाल के दौरान बारह बज कर तीस मिनट पर दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
एक बार के स्थगन के बाद दोपहर बारह बजे बैठक शुरू होने पर उपसभापति हरिवंश ने प्रश्नकाल शुरू किया। इसी बीच विपक्षी दलों के कुछ सदस्य आसन के समक्ष आ गए और अपने अपने मुद्दों पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा करने लगे। कांग्रेस के सदस्य तीन कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन के मुद्दे पर और तृणमूल कांग्रेस के सदस्य पेगासस जासूसी विवाद के मुद्दे पर चर्चा करने की मांग कर रहे थे। कुछ सदस्यों के हाथों में तख्तियां थीं।
हंगामे के बीच ही उपसभापति ने प्रश्नकाल चलाने का प्रयास किया। सदस्यों ने पूरक प्रश्न पूछे और भारी उद्योग मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडेय, जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने उनके जवाब भी दिये।
उपसभापति ने हंगामा सदस्यों से प्रश्नकाल चलने देने की अपील करते हुए कहा ‘‘सदस्य अपने स्थानों पर लौट जाएं और सवाल जवाब चलने दें। देश का कितना पैसा कितना पैसा इस पर खर्च होता है। आप आसन के समक्ष आ कर इस तरह नियमों के खिलाफ न जाएं।’’
सदन में व्यवस्था बनते न देख हरिवंश ने बारह बज कर तीस मिनटपर बैठक दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
इससे पहले , उच्च सदन में आज भी हंगामे की वजह से शून्यकाल नहीं हो पाया। संसद के मानसून सत्र का यह तीसरा सप्ताह है लेकिन हंगामे की वजह से इस सत्र में उच्च सदन में एक बार भी शून्यकाल नहीं हो पाया है।
उच्च सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। इसके तत्काल बाद ही विपक्षी सदस्यों ने अपने अपने मुद्दों पर चर्चा की मांग शुरू कर दी। तृणमूल कांग्रेस के सदस्य आसन की ओर बढ़े ।
इस बीच कुछ सदस्यों ने अपने हाथों में पकड़ी तख्तियां लहराईं। नायडू ने सदन में तख्तियां दिखाने से मना करते हुए कहा कि जो सदस्य ऐसा कर रहे हैं उनके नाम प्रकाशित किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव और आम आदमी पार्टी के संजय सिंह ने तीन कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन पर चर्चा के लिए नोटिस दिया है। नायडू के अनुसार, कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रताप सिंह बाजवा, के सी वेणुगोपाल, तृणमूल कांग्रेस के सुखेन्दु शेखर राय और वाम सदस्यों इलामारम करीम तथा विनय विश्वम ने भी चर्चा के लिए नोटिस दिए हैं।
सभापति ने कहा ‘‘अगर सदन मेरे साथ सहयोग करेगा तो में आपकी बात सुन सकूंगा। मैं चर्चा के लिए तैयार हूं। यहां तक कि कार्यमंत्रणा समिति में भी तय हुआ है कि चर्चा हो। लेकिन इसके लिए सदन में व्यवस्था होना चाहिए। ’’
उन्होंने कहा कि अगर सदस्य सहयोग नहीं करेंगे तो कैसे काम होगा। सदन में व्यवस्था बनते न देख उन्होंने 11 बजकर करीब 10 मिनट पर ही बैठक दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
इससे पहले उच्च सदन में, रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता और विश्व चैंपियन बैडमिंटन खिलाड़ी पी वी सिंधू को तोक्यो ओलंपिक में महिला एकल स्पर्धा का कांस्य पदक जीतने पर बधाई दी गई।
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