देश की खबरें | हर दस दिन में दस लाख टेस्टिंग किट लेने का योगी ने दिया निर्देश
एनडीआरएफ/प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: ANI)

लखनउ, 25 जुलाई उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रैपिड एंटीजन टेस्ट की संख्या बढाकर एक लाख रोजाना करने तथा हर दस दिन में दस लाख टेस्टिंग किट लेने का शनिवार को निर्देश दिया ।

योगी ने रैपिड एन्टीजन टेस्ट की संख्या को बढ़ाकर एक लाख टेस्ट प्रतिदिन किए जाने की आवश्यकता जताई । टेस्टिंग क्षमता विकसित करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रति 10 दिन में 10 लाख टेस्टिंग किट प्राप्त की जाएं ।

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उन्होंने आरटीपीसीआर तथा रैपिड एन्टीजन टेस्ट के द्वारा मेडिकल टेस्टिंग की संख्या को बढ़ाने तथा सोमवार 27 जुलाई तक कुल टेस्ट की संख्या को एक लाख टेस्ट प्रतिदिन किए जाने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे । उन्होंने मुख्य सचिव तथा अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य को शनिवार कानपुर नगर तथा झांसी एवं रविवार को प्रयागराज तथा मिर्जापुर मण्डलों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति की मौके पर समीक्षा करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि यह समीक्षा बैठक मेडिकल कॉलेज अथवा स्वास्थ्य केन्द्र में की जाए।

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उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव तथा अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, डोर-टू-डोर सर्वे, संक्रमण की दृष्टि से संदिग्ध पाए गए लोगों का रैपिड एन्टीजन टेस्ट, एम्बुलेंस व्यवस्था, एल-1, एल-2 तथा एल-3 कोविड चिकित्सालय, कोविड बेडों की संख्या, एल-1 अस्पताल में कुछ बेड पर आक्सीजन, एल-2 कोविड चिकित्सालय में प्रत्येक बेड पर आक्सीजन तथा कुछ बेड पर वेंटीलेटर, एल-3 कोविड अस्पताल में पहले से बीमार लोगों के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम की उपलब्धता, मेडिकल कॉलेजों सहित सभी चिकित्सालयों में डॉक्टरों द्वारा राउण्ड लिए जाने, होम आइसोलेशन एवं पेड आइसोलेशन की व्यवस्था की समीक्षा करें।

योगी ने निर्देश दिए कि इन समीक्षा बैठकों की रिपोर्ट उन्हें उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने समीक्षा बैठक में निर्देशित बिन्दुओं पर कार्ययोजना तैयार करने एवं सम्बन्धित मण्डलायुक्त द्वारा अपने मण्डल के प्रत्येक जनपद में उन्हें लागू कराने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने इन मण्डलों में जनपदवार तैनात नोडल अधिकारियों को अपने प्रभार वाले जनपद में पांच दिन कैम्प करके इन व्यवस्थाओं को प्रभावी ढंग से क्रियान्वित कराने के निर्देश भी दिए हैं।

उन्होंने कहा कि शनिवार और रविवार को राज्य में विशेष स्वच्छता एवं सेनिटाइजेशन अभियान के तहत नगर विकास, ग्राम्य विकास तथा पंचायतीराज विभागों द्वारा सघन रूप से स्वच्छता सम्बन्धी गतिविधियां सम्पादित की जाए।

उन्होंने कहा कि कोविड-19 के उपचार की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाने के लिए कार्यों योजना बनाकर प्रत्येक उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पृथक-पृथक जिम्मेदारी सौंपी जाए और उसकी निगरानी की जाए।

मुख्यमंत्री ने कार्य करने के साथ-साथ डाटा फीडिंग के महत्व पर बल देते हुए कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता नहीं बरती जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोई मरीज चिकित्सालयों के होल्डिंग एरिया में न रहे, तो उसे तत्काल इलाज उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने नई एम्बुलेंस को क्रय करने तथा एनएचएम के तहत अतिरिक्त एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस हेतु केन्द्र सरकार को प्रस्ताव भेजे जाने के निर्देश भी दिए।

उन्होंने श्रमिकों एवं कामगारों को रोजगार प्रदान करने की व्यवस्था को प्रभावी ढंग से लागू करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान के अन्तर्गत रोजगार एवं सेवायोजन के पोर्टल की निगरानी के लिए जनपदों में अलग से एक टीम गठित की जाए।

उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित लोगों को हर सम्भव सहायता एवं राहत उपलब्ध कराई जाए।

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