देश की खबरें | पश्चिम बंगाल : राशन वितरण घोटाले मामले में गिरफ्तार मंत्री मलिक ने खराब स्वास्थ्य का दावा किया

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कोलकाता, 10 नवंबर पश्चिम बंगाल में कथित राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार किए गए मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक ने शुक्रवार को दावा किया कि वह अस्वस्थ हैं और उनके शरीर के कुछ अंग 'लकवा' से प्रभावित हो सकते हैं।

मलिक ने कमांड अस्पताल में चिकित्सा जांच के लिए ले जाते समय संवाददाताओं से कहा, ‘‘ मैं अस्वस्थ हूं, मेरे बाएं हाथ और बाएं पैर में लकवा मार सकता है।’’

ईडी ने मलिक को राशन वितरण घोटाले में उनकी कथित संलिप्तता के लिए 27 अक्टूबर की सुबह साल्ट लेक स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया था।

कलकत्ता की मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट (सीएमएम) अदालत ने पहले एक आदेश दिया था कि मलिक की सेना के कमांड अस्पताल में हर दूसरे दिन चिकित्सकीय जांच की जाएगी।

हालांकि, मलिक ने कहा कि वह 13 नवंबर को पेशी की अगली तारीख पर सीएमएम अदालत में पेश होंगे।

बंगाल के वन मंत्री मलिक ने अस्पताल के बाहर मौजूद संवाददाताओं से कहा, ‘‘ मैं आपसे 13 तारीख को फिर मिलूंगा। ’’

ज्योतिप्रिय मलिक (66) अदालत कक्ष में 27 अक्टूबर को बीमार पड़ गए थे, जिसके बाद न्यायाधीश ने उन्हें उनकी पसंद के निजी अस्पताल में इलाज कराने की अनुमति दी थी।

सीएमएम अदालत ने निर्देश दिया था कि वहां प्रारंभिक उपचार के बाद मंत्री का इलाज कमांड अस्पताल में किया जाएगा।

मलिक ने 2011 से 2021 तक खाद्य आपूर्ति मंत्री के रूप में कार्य किया, और इस अवधि के दौरान राशन वितरण में कथित अनियमितताएं हुईं।

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