देश की खबरें | 2019 में जितनी सीट पर हम लड़े थे, इस बार भी उतनी सीटों पर लड़ेंगे: बिहार कांग्रेस प्रमुख
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. कांग्रेस की बिहार इकाई के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने शुक्रवार को कहा कि अगले लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी कई सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
पटना, आठ सितंबर कांग्रेस की बिहार इकाई के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने शुक्रवार को कहा कि अगले लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी कई सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
यहां प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में संवाददाता सम्मेलन में सिंह ने यह तो स्पष्ट नहीं किया कि उनकी पार्टी कितनी सीट पर चुनाव लड़ेगी लेकिन यह संकेत जरूर दिया कि ‘पिछले आम चुनाव में जितनी सीट पर चुनाव लड़ा गया था’, इस बार भी उतनी ही सीट होंगी।
उन्होंने यह भी दावा किया कि पिछले चुनाव में 400 से अधिक सीट पर लड़कर महज 52 सीट जीतने वाली कांग्रेस ‘पिछले एक साल में और मजबूत होकर उभरी है’ जिसका पूरा श्रेय उन्होंने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को दिया।
जब उनसे पूछा गया कि क्या कांग्रेस को विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन में अपने सहयोगी दलों से अपना उचित हिस्सा प्राप्त करने में मुश्किल हो सकती है तो उन्होंने कहा, ‘‘ हमारी हैसियत का इस बात से अंदाजा लगाया जाए कि लोकसभा में हमारा संख्याबल किसी भी विपक्षी दल से अधिक है।’’
राज्यसभा सदस्य सिंह ने कहा, ‘‘यहां तक कि बिहार में भी हमारी ही पार्टी ऐसी विपक्षी पार्टी थी जिसने एक सीट जीती। ’’
वह 2019 के लोकसभा चुनाव परिणाम का हवाला दे रहे थे, जब नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड के साथ मिलकर राजग राज्य की 40 सीट में से 39 जीत गया था। उस चुनाव में किशनगंज से कांग्रेस प्रत्याशी को जीत मिली थी।
लालू प्रसाद के राष्ट्रीय जनता दल के साथ रह चुके सिंह ने कहा, ‘‘मेरे नेतृत्व में कांग्रेस सीटों के बंटवारे में सम्मानजनक हिस्सा मिलने को लेकर आश्वस्त रह सकती है।’’
उन्होंने विश्वास प्रकट किया कि मुख्यमंत्री जब भी बिहार मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे तो दो और मंत्रि पद की कांग्रेस की मांग को वह मान लेंगे।
इंडिया बनाम भारत के विवाद पर कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘ यह विपक्षी गठबंधन की बढ़ती लोकप्रियता से उपजी असुरक्षा है । यह महंगाई और सांठगांठ वाले पूंजीवाद (क्रोनी कैपटलिज्म) से लोगों का ध्यान बांटने की तरकीब भी है।’’
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने संसद के आगामी विशेष सत्र का एजेंडा सरकार द्वारा नहीं बताये जाने को लेकर भी निराशा प्रकट की।
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