नयी दिल्ली, 19 फरवरी भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच को छह विकेट से गंवाने के बाद ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने रविवार को यहां कहा कि उनके ज्यादातर बल्लेबाज स्वीप और रिवर्स स्वीप जैसे जोखिम भरे शॉट खेलने को लेकर सहज नहीं थे लेकिन स्पिनरों से निपटने के लिए उन्होंने यह तरीका अपनाया. उप-कप्तान स्टीव स्मिथ सहित कम से कम पांच ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज इस तरह के शॉट खेलने की कोशिश में कम उछाल वाली पिच पर गच्चा खाकर आउट हो गये. यह भी पढ़ें: भारतीय टेस्ट खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा ने कहा, 100वें टेस्ट मैच में विजयी चौका लगाना विशेष अहसास
कमिंस ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मुझे लगा कि उन्होंने (भारत) वास्तव में अच्छी गेंदबाजी की है. बल्लेबाजी आसान नहीं थी, लेकिन शायद कुछ खिलाड़ी अपने तरीके से भटक गये. ’’
कमिंस ने माना कि इस तरह की पिचों पर सभी बल्लेबाज एक ही तरीके को नहीं अपना सकते.
उन्होंने कहा, ‘‘ हर बल्लेबाज के खेलने का एक तरीका होता है. मुझे नहीं लगता कि कोई एक तरीका किसी परिस्थिति में सबको को रास आयेगा. दुर्भाग्य से, हम में से कुछ ‘क्रॉस बैटिंग’ वाले शॉट्स के साथ आउट हो गए, जो शायद हमारा पसंदीदा तरीका नहीं है.’’
कमिंस ने माना कि इस पिच पर पहले बल्लेबाजी करते हुए उनकी टीम को 300 से अधिक रन बनाने चाहिए थे। उन्होंने कहा, ‘‘इस पर पीछे मुड़कर देखें तो 300 रन बनाना शानदार होता. 260 ‘ठीक-ठाक’ स्कोर था लेकिन अगर हम वास्तव मैच पर पकड़ चाहते हैं तो पहली पारी में 300 रन बनने चाहिए थे.
उन्होंने एक सत्र में नौ विकेट गंवाने पर निराशा जताते हुए कहा, ‘‘ यह निराशाजनक है, इस मैच में भी हमने नागपुर की दूसरी पारी की कहानी दोहरायी. हम इस मैच के ज्यादातर समय अच्छी स्थिति में थे लेकिन हमने अंत में कम रन बनाये.’’
कमिंस ने कहा कि श्रृंखला के दोनों मैचों में भारत के निचले क्रम ने बल्ले से शानदार योगदान दिया और इसने मैच में बड़ा अंतर पैदा किया.
पहले टेस्ट में रविंद्र जडेजा और अक्षर पटेल जबकि दूसरे टेस्ट में रविचंद्रन अश्विन और अक्षर ने शतकीय साझेदारी की. इन दोनों मैचों में अक्षर ने अर्धशतक जड़ा.
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