मुंबई, 12 अप्रैल डीएचएफएल के प्रवर्तकों कपिल और धीरज वाधवान की ओर से उनके मुकदमे देख रही विधि सेवा कंपनी ने इस खबर का खंडन किया है कि वाधवान बंधु प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और सीबीआई के साथ जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं।
कंपनी ने रविवार को कहा कि दोनों अपने परिजनों के स्वास्थ्य की चिंता से महाबालेश्वर जा रहे थे।
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह वाधवान बंधुओं तथा उनके परिजनों समेत 21 अन्य लोगों के खिलाफ लॉकडाउन के दौरान लागू निषेधाज्ञा को तोड़कर मुंबई से महाबालेश्वर जाने को लेकर मामला दर्ज हुआ है। उन्हें महाबालेश्वर स्थित दीवान विला फार्म हाउस से हिरासत में लिया गया।
कानूनी कंपनी रश्मिकांत एंड पार्टनर्स ने एक बयान में कहा, ‘‘ऐसी कई खबरें चल रही हैं, जिनमें कहा जा रहा है कि कपिल वाधवान और धीरज वाधवान ईडी तथा सीबीआई के साथ जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। खबरों में कहा जा रहा है कि वे जांच से भागकर महाबालेश्वर गये। यदि उनका मकसद भागना होता तो वे यह नहीं बताते कि उन्हें कहां जाना है। ये खबरें गलत हैं।’’
बयान में कहा गया कि कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण परिजनों के स्वास्थ्य के प्रति चिंतित होना स्वाभाविक है। वाधवान बंधु और उनकी माता कई बीमारियों से जूझ रहे हैं और वे आसानी से कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकते हैं। ऐसे में उनका महाबालेश्वर जाना कहीं से गलत नहीं है। इसके लिये उन्होंने आधिकारिक अनुमति भी ली।
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