मुंबई, 4 फरवरी : महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के संस्थापक शरद पवार पर परोक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए अपने समर्थकों से रविवार को कहा कि ‘‘वे उनकी बात उसी तरह सुनें जैसे वे पहले एक वरिष्ठ की सुनते थे.’’ अजित पवार ने पिछले साल जुलाई में राकांपा को तोड़ दिया था और आठ विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए थे. अजित पवार ने तब से अपने विद्रोह को लगातार यह कहते हुए उचित ठहराया है कि वरिष्ठों को अगली पीढ़ी को रास्ता देना चाहिए था. अजित पवार का यह इशारा परोक्ष रूप से शरद पवार की ओर था.
उपमुख्यमंत्री पवार ने पुणे जिले के बारामती में एक जनसभा में कहा, ‘‘आपने इतने सालों तक एक वरिष्ठ की बात सुनी. अब मेरी बात सुनें और जिस लोकसभा उम्मीदवार को मैं खड़ा करने जा रहा हूं उसे वोट दें. मैं फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बता सकता हूं कि लोगों ने मेरे उम्मीदवार को वोट दिया है. यह मत भूलिये कि जब आप मुसीबत में थे तो मदद के लिए कौन आया था.’’ बारामती से विधायक अजित पवार ने यह भी कहा कि "यदि आप अच्छा काम करना चाहते हैं, तो आपको इसके लिए कुछ आलोचना स्वीकार करने के लिए तैयार रहना चाहिए.’’ यह भी पढ़ें : CM पिनाराई विजयन को लोकप्रियता की नई ऊंचाइयों तक पहुँचने से रोक रहे भ्रष्टाचार के आरोप
नाम लिये बिना शरद पवार पर निशाना साधते हुए उप मुख्यमंत्री पवार ने कहा, ‘‘पता नहीं कुछ लोग कब रुकेंगे. हो सकता है कोई भावुक अपील हो कि ये आखिरी चुनाव होगा. पता नहीं कौन सा आखिरी चुनाव होगा.’’ शरद पवार 1960 के दशक के उत्तरार्ध से विधानसभा और लोकसभा चुनावों में अपराजित रहे हैं और वर्तमान में राज्यसभा सदस्य हैं.