लखनऊ, पांच मई खेल एवं युवा मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने शुक्रवार को कहा कि उत्तर प्रदेश पहले दंगों के लिए जाना जाता था लेकिन अब खेलो के दंगल के लिए जाना जाता है. लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी खेल के तीसरे सत्र के लोगो , शुभंकर, जर्सी , गीत और मशाल लॉन्च कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ठाकुर ने कहा,'' उत्तर प्रदेश पहले जो दंगों के लिए जाना जाता था, अब खेलो के दंगल के लिए जाना जाता है.'' यह भी पढ़ें: रेसलर प्रोटेस्ट पर मीडिया के सवालों से बचते दिखे सौरव गांगुली, कहा- मुझे इसके बारे में कुछ नहीं पाता, देखें वीडियो
यहां 25 मई से तीन जून तक चार शहरों में होने वाले इन खेलों में 200 से अधिक विश्वविद्यालयों के 4700 से अधिक खिलाड़ी भाग ले रहे हैं.
ठाकुर ने कहा कि खेलो इंडिया जिसका शुभारंभ प्रधानमंत्री ने किया था, यह खिलाड़ियों को सिर्फ तलाशता ही नही है बल्कि तराशता भी है.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के हर जिले में खेलो इंडिया का केंद्र बनेगा। ठाकुर ने कहा कि कुछ दिन पहले ही खेलो इंडिया के पांच वर्ष पूरे हुए है और यह बहुत तेजी के साथ आगे बढ़ा है.
उन्होंने कहा ,‘‘खिलाड़ियों ने देश के लिए पदक जीतने का भी काम किया है और आज मैं यह कह सकता हूं कि खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का तीसरा सबसे बड़ा आयोजन उत्तर प्रदेश में होने जा रहा है। जिस तरह से यहां पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खेलों को बढ़ावा देने का काम किया है और अब खेलो इंडिया गेम्स की मेजबानी उत्तर प्रदेश को मिली है.’’
उन्होंने कहा,'' मैं कह सकता हूं कि वह दिन दूर नहीं जब दुनिया के किसी भी कोने में भारत पदक जीता करेगा तो उत्तर प्रदेश का उसमें बहुत बड़ा योगदान होगा.’’
केंद्रीय मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री ने खेलो इंडिया के लिए 3200 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है ताकि खिलाड़ियों को किसी तरह की असुविधा न हो और ओलंपिक में पदक जीतकर भारत का नाम विश्व पटल पर आगे बढ़ा सकें.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ये खेल प्रदेश के युवाओं में खेलों को बढावा देने के लिये मील का पत्थर साबित होंगे.
उन्होंने कहा ,‘‘ उत्तर प्रदेश आज सिर्फ सबसे ज्यादा आबादी वाला राज्य ही नहीं है बल्कि यहां होने वाला हर आयोजन भी सबसे बड़ा हो जाता है । मैं विश्वास दिलाता हूं कि यह अब तक का सबसे बड़ा आयोजन होगा.’’
तीसरे खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी खेलों में 21 विधाओं में प्रतिस्पर्धायें होंगी और नौकायन स्पर्धायें पहली बार होंगी. मुकाबले वाराणसी, नोएडा, गोरखपुर और लखनऊ में होंगे.
निशानेबाजी स्पर्धायें दिल्ली की कर्णी सिंह रेंज पर होंगी.
इस मौके पर आदित्यनाथ और ठाकुर ने मशाल रिले की भी शुरूआत की. ये चार मशालें 25 मई को लखनऊ लौटने से पहले प्रदेश के हर जिले में घूमेगी.
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