विदेश की खबरें | चीन के खतरे के मद्देनजर अमेरिका ताइवान को टैंक रोधी प्रणाली बेचेगा
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि ‘वॉलकेनो सिस्टम’ और इससे संबंधित उपकरणों की अनुमानित कीमत करीब 18 करोड़ डॉलर होगी।

यह प्रणाली टैंक रोधी और बारूदी सुरंग को जमीनी वाहन या हेलीकॉप्टर की मदद से बिछाने में सक्षम है। इस घोषणा से संकेत मिलता है कि ताइवान वाहन से बिछाई जाने वाली बारूदी सुरंग प्रणाली खरीदेगा। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि ताइवान को चीन के संभावित हमले को रोकने या पीछे धकेलने के लिए इस तरह के हथियार की जरूरत है।

ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को बताया था कि चीन की सेना ने अपनी ताकत दिखाने के लिए 24 घंटे के भीतर 71 विमान और सात पोत उसकी ओर भेजे। ताइवान स्वशासित द्वीप है, जिसे चीन अपना हिस्सा बताता है।

चीन की ओर से ताइवान को दी जा रही सैन्य धमकी हाल के महीनों में बढ़ी है और उसके शीर्ष नेताओं ने कहा है कि द्विपीय देश के पास चीनी शासन को स्वीकार करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।

इस बीच, चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल तान केफेई ने मासिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पीएलए ऐसे मिशन (ताइवान के खिलाफ) तब तक जारी रखेगी जब तक कि ताइवान की स्वतत्रंता समर्थक लोकतांत्रिक पार्टी ‘‘दोनों पक्षों के बीच लगातार विवाद को उकसाने और दुश्मनी पैदा करने वाली नीति खत्म नहीं करती।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ पीएलए ने हमेशा राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा की है।’’

उल्लेखनीय है कि अमेरिका का ताइवान के साथ अनौपचारिक संबंध है जिसमें रक्षा आदान प्रदान और सैन्य उपकरणों की बिक्री शामिल है।

अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने ताइवान को टैंक रोधी प्रणाली बेचने की घोषणा करते हुए कहा कि वॉलकेनो की बिक्री ‘‘ क्रेता की अपनी सेनाओं के आधुनिकीकरण और विश्वसनीय रक्षा क्षमता देने में सहायता के साथ-साथ अमेरिका की राष्ट्रीय, आर्थिक और सुरक्षा हितों की पूर्ति करेगी।’’

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