विदेश की खबरें | गाजा में बंधकों की रिहाई के समझौते को लेकर बातचीत कर रहे हैं अमेरिकी अधिकारी
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

इससे पहले अमेरिका ने हमास के खिलाफ युद्ध अभियानों को कम करने को लेकर इजराइली सैन्य अधिकारियों से बातचीत की थी।

इजराइल के करीबी माने जाने वाले फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी सप्ताहांत में युद्ध विराम लागू करने की वैश्विक मांग में शामिल हो गए। इजराइली सेना द्वारा गलती से चलाई गई गोलियों में तीन इजराइली बंधकों की मौत के बाद सभी बंधकों को रिहाई के लिए हमास से नए सिरे से बातचीत को लेकर प्रदर्शन हो रहे हैं।

अमेरिकी अधिकारियों ने गाजा में बड़ी संख्या में आम नागरिकों की मौत पर बार-बार चिंता व्यक्त की है। लेकिन सोमवार को इजराइली अधिकारियों से बातचीत के बाद अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा, ''यह इजराइल का अभियान है. मैं यहां समयसीमा या शर्तें तय करने के लिए नहीं आया हूं।''

अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में संघर्ष विराम के प्रस्ताव को वीटो कर दिया था और नागरिकों को नुकसान पहुंचाने से बचने के लिए बड़े कदम उठाने के लिए दबाव डालते हुए अपने करीबी सहयोगी इजराइल को हथियारों की आपूर्ति की थी।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने मानवीय सहायता तक निर्बाध पहुंच और युद्ध को रोकने के लिए अरब-प्रायोजित प्रस्ताव पर मंगलवार को मतदान में देरी की।

राजनयिकों ने कहा कि अमेरिका को प्रस्ताव पर अनुपस्थित रहने या "पक्ष" में मतदान करने के लिए राजी करने की खातिर बातचीत हो रही है।

प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जोर देकर कहा है कि इजराइल तब तक लड़ता रहेगा जब तक वह हमास को सत्ता से उखाड़ नहीं फेंकता और सात अक्टूबर के हमले के बाद समूह द्वारा बंधक बनाए गए सभी लोगों को छुड़ा नहीं लेता। सात अक्टूबर के हमले के बाद ही इजराइल ने गाजा में जवाबी कार्रवाई शुरू की थी।

एपी

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