देश की खबरें | उप्र ने छह वर्षो में बेसिक शिक्षा के क्षेत्र में लंबी छलांग लगायी : योगी आदित्यनाथ

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. बेसिक शिक्षा विभाग एवं संपर्क फाउंडेशन की पहल पर यहां 'संपर्क स्मार्ट शाला-स्मार्ट ब्लॉक' कार्यक्रम की शुरुआत करने के बाद अपने संबोधन में विपक्ष की पिछली सरकारों पर तंज कसने के साथ ही अपनी उपलब्धियां गिनाते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा, ''विगत छह वर्षों में उत्तर प्रदेश ने बेसिक शिक्षा के क्षेत्र में लंबी छलांग लगाई है। 2017 के पहले बदहाली से जो स्कूल बंदी के कगार पर थे आज उनका कायाकल्प हो चुका है। दृढ़ संकल्प, संसाधन, तकनीकी, नवाचार के समन्वय से शिक्षा के क्षेत्र में चमत्कार का सपना साकार हुआ है।''

बेसिक शिक्षा विभाग एवं संपर्क फाउंडेशन की पहल पर यहां 'संपर्क स्मार्ट शाला-स्मार्ट ब्लॉक' कार्यक्रम की शुरुआत करने के बाद अपने संबोधन में विपक्ष की पिछली सरकारों पर तंज कसने के साथ ही अपनी उपलब्धियां गिनाते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा, ''विगत छह वर्षों में उत्तर प्रदेश ने बेसिक शिक्षा के क्षेत्र में लंबी छलांग लगाई है। 2017 के पहले बदहाली से जो स्कूल बंदी के कगार पर थे आज उनका कायाकल्प हो चुका है। दृढ़ संकल्प, संसाधन, तकनीकी, नवाचार के समन्वय से शिक्षा के क्षेत्र में चमत्कार का सपना साकार हुआ है।''

उन्होंने कहा , ''तकनीकी के बेहतर उपयोग वाला निपुण भारत मिशन शिक्षा की गुणवत्ता सुदृढ़ करने में शानदार परिणाम दे रहा है।''

मंगलवार को जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक इस कार्यक्रम के माध्यम से गोरखपुर नगर क्षेत्र के 58 एवं चरगांवा प्रखंड के 68 परिषदीय स्कूलों को एलईडी टीवी, गणित एवं अंग्रेजी किट की सुविधाओं से लैस किया गया। मुख्यमंत्री ने पांच स्कूलों के शिक्षकों को खुद अपने हाथ से किट प्रदान किया। साथ ही उन्होंने फाउंडेशन की पत्रिका का भी विमोचन किया।

योगीराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यक्रम में योगी ने कहा कि शिक्षा समाज की नींव है और जब नींव दरक जाएगी तो समाज रूपी भवन कैसे बनेगा।

उन्होंने कहा कि '' 2017 के पूर्व बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में शौचालय, फ्लोरिंग, पेयजल तक की सुविधा नहीं थी। लगभग 1.56 लाख स्कूलों में 1.34 करोड़ बच्चे जाते थे। शिक्षकों की भारी कमी थी।''

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने दशा सुधारने का संकल्प लिया और बेसिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में पारदर्शी तरीके से 1.65 लाख शिक्षकों की भर्ती की। उन्होंने कहा कि कोई भी स्कूल जर्जर न रहे, उनमें फर्नीचर, शौचालय, पेयजल, स्मार्ट क्लास, लाइब्रेरी और डिजिटल लाइब्रेरी हो, इसके लिए मिशन कायाकल्प शुरू किया गया तथा आज 1.36 लाख स्कूलों का कायाकल्प हो चुका है एवं स्कूल जाने वाले बच्चों की संख्या बढ़कर 1.91 करोड़ हो चुकी है।

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