लखनऊ, 25 जनवरी उत्तर प्रदेश के राजभवन में गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर शनिवार को दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन पर आधारित संगीतमय नाट्य ‘विश्व स्वर, अटल अमर‘ की प्रस्तुति की गयी।
राजभवन से जारी एक बयान में कहा गया कि प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के मार्गदर्शन में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस विशेष प्रस्तुति में अटल बिहारी वाजपेयी के प्रेरणादायक जीवन, उनकी कविताओं, पत्रकारिता, राजनीति में योगदान, भारत के प्रति उनके अटूट समर्पण और राष्ट्रप्रेम को अत्यंत प्रभावशाली और संवेदनशील ढंग से दर्शाया गया। प्रस्तुति ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा, “अटल जी का जीवन हमें सिखाता है कि साहस, नेतृत्व, राष्ट्र सेवा और मानवता के साथ एक सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाकर हम किसी भी कठिनाई को पार कर सकते हैं।”
उन्होंने कहा, “अटल जी के सिद्धांत और उनका दृष्टिकोण आज भी हमारे लिए मार्गदर्शक बने हुए हैं। उनका जीवन इस बात का प्रमाण है कि हमें जीवन में हमेशा सत्य, नैतिकता और मानवीय संवेदनाओं के साथ आगे बढ़ना चाहिए।”
राज्यपाल ने वाजपेयी के साथ किए कार्यों को याद करते हुए कहा कि उनका विरोधियों के प्रति भी आदर और सम्मानपूर्ण व्यवहार उनके राजनीतिक दृष्टिकोण की सबसे बड़ी विशेषता थी।
पटेल ने कहा कि उन्होंने हमेशा यह सिद्ध किया कि राजनीति केवल सत्ता प्राप्ति का नाम नहीं है, बल्कि यह समाज की सेवा और राष्ट्र के उत्थान के लिए एक समर्पित यात्रा है। उन्होंने कहा, “अटल जी का यह दृष्टिकोण हमारे लिए आदर्श होना चाहिए।”
नाट्य प्रस्तुति की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा, “ कलाकारों ने अपने अभिनय के द्वारा अटल जी की यादें ताजा कर दीं। सभी बच्चों तथा युवाओं को अटल जी के जीवन से प्रेरणा लेकर अपने जीवन में आगे बढ़ने का प्रयास करना चाहिए।”
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