जरुरी जानकारी | श्रम भागीदारी में गिरावट से मई में बेरोजगारी दर घटकर 7.7 प्रतिशत हुई: सीएमआईई
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. श्रम भागीदारी घटकर 44.19 करोड़ रह जाने के कारण भारत में बेरोजगारी की दर मई में घटकर 7.7 प्रतिशत रह गई। निजी आर्थिक थिंक टैंक सीएमआईई ने शनिवार को यह जानकारी दी।
मुंबई, 10 जून श्रम भागीदारी घटकर 44.19 करोड़ रह जाने के कारण भारत में बेरोजगारी की दर मई में घटकर 7.7 प्रतिशत रह गई। निजी आर्थिक थिंक टैंक सीएमआईई ने शनिवार को यह जानकारी दी।
भारतीय अर्थव्यवस्था निगरानी केंद्र (सीएमआईई) की नताशा सोमैया ने अपनी वेबसाइट पर एक विश्लेषण में कहा कि भारत में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों में बेरोजगारी दर मई 2023 में घटकर 7.7 प्रतिशत रह गई, जो इससे पिछले महीने 8.5 प्रतिशत थी।
श्रम भागीदारी में गिरावट का मतलब है कि काम की तलाश में श्रम बाजार में आने वाले लोगों की संख्या घट गई है।
उन्होंने कहा कि अप्रैल की तुलना में मई में श्रम भागीदारी दर (एलपीआर) 1.1 प्रतिशत घटकर 39.6 प्रतिशत रह गई।
उन्होंने आगे कहा, ''मई में एलपीआर में इस गिरावट की उम्मीद थी, क्योंकि अप्रैल में बड़ी संख्या में लोगों ने श्रम बल में प्रवेश किया था। हालांकि, इस दौरान केवल एक छोटा सा हिस्सा ही रोजगार पाने में सफल रहा। ऐसे में मई के महीने में काम की तलाश करने से कई लोग हतोत्साहित हुए।''
उन्होंने कहा कि इसके चलते श्रम बल का आकार 45.35 करोड़ से घटकर 44.19 करोड़ रह गया।
इस बीच, मई 2023 में श्रम भागीदारी में गिरावट शहरी भारत की तुलना में ग्रामीण भारत में काफी अधिक थी। उन्होंने कहा कि शहरी भारत में श्रम बल में करीब 45 लाख की कमी हुई। मई में ग्रामीण श्रम बल पिछले महीने के 30.65 करोड़ से घटकर 29.94 करोड़ रह गया।
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