अदालत के आदेश की अवहेलना कर YSRCP का निर्माणाधीन कार्यालय गिराया गया: एस जगन मोहन रेड्डी

युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के प्रमुख वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने शनिवार को कहा कि आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली सरकार ने उच्च न्यायालय के आदेशों की अवहेलना करते हुए गुंटूर जिले के ताडेपल्ली में उनकी पार्टी के निर्माणाधीन केंद्रीय कार्यालय को ध्वस्त कर दिया है.

Jagan Mohan Reddy | FB

अमरावती, 22 जून : युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के प्रमुख वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने शनिवार को कहा कि आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली सरकार ने उच्च न्यायालय के आदेशों की अवहेलना करते हुए गुंटूर जिले के ताडेपल्ली में उनकी पार्टी के निर्माणाधीन केंद्रीय कार्यालय को ध्वस्त कर दिया है. रेड्डी ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर कहा, "चंद्रबाबू ने प्रतिशोध राजनीति को अगले स्तर ले गए हैं. एक तानाशाह की तरह उन्होंने वाईएसआरसीपी के केंद्रीय कार्यालय को बुलडोजर से ध्वस्त करवा दिया, जो लगभग पूरा हो चुका था."

तेदेपा द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि पार्टी के एक नेता ने राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण (सीआरडीए) और मंगलगिरी ताडेपल्ली नगर निगम (एमटीएमसी) के आयुक्तों के समक्ष शिकायत दर्ज कराई थी कि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी का कार्यालय सिंचाई विभाग की दो एकड़ जमीन पर अवैध रूप से बनाया जा रहा है. इसमें कहा गया, ‘‘एमटीएमसी अधिकारियों की मौजूदगी में वाईएसआरसीपी नेताओं के इन अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया गया.’’ सत्तारूढ़ पार्टी ने आरोप लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए ताडेपल्ली में सर्वेक्षण संख्या 202/ए1 के तहत कार्यालय के निर्माण के लिए भूमि का यह टुकड़ा आवंटित किया था. वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के एक बयान के अनुसार, शनिवार को विपक्षी पार्टी के कार्यालय को ध्वस्त किया गया. यह भी पढ़ें : Atal Pension Scheme: 600 वोकेशनल टीचर्स को हटाने पर भाजपा नेताओं ने की एलजी से इंसाफ की मांग

बयान में कहा गया, ‘‘वाईएसआरसीपी ने पिछले दिन (शुक्रवार) ही उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था और सीआरडीए (राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण) की कार्रवाई को चुनौती दी थी. इसके बावजूद कार्यालय को ध्वस्त किया गया.’’ पार्टी ने कहा कि अदालत ने ध्वस्तीकरण की कार्रवाई पर रोक लगाने का आदेश दिया था और पार्टी के एक वकील ने सीआरडीए के आयुक्त को यह जानकारी भी दी थी, लेकिन फिर भी प्राधिकरण ने कार्यालय भवन गिरा दिया. वाईएसआरसीपी ने कहा कि सीआरडीए द्वारा उसके कार्यालय को गिराना अदालत की अवमानना के समान है. पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनसेना की भागीदारी वाली राजग सरकार के नेतृत्व में दक्षिणी राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. उन्होंने कहा कि यह तोड़-फोड़ दिखाती है कि अगले पांच साल में नायडू का शासन कैसा होगा. वाईएसआर कांग्रेस पार्टी प्रमुख ने कहा कि विपक्षी दल प्रतिशोध की राजनीति से नहीं डरेगा.

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