वहीं, रूस द्वारा यूक्रेन के पूर्वोत्तर हिस्से में की गई गोलाबारी में 13 वर्षीय एक किशोर सहित कई आम नागरिक मारे गए हैं।
रूस के कब्जे वाले दक्षिण यूक्रेन के खेरसॉन इलाके में मॉस्को समर्थित प्रशासन के प्रमुख किरिल स्ट्रेमोसोव ने कहा कि यूक्रेन की सेना ने नीपर नदी पर बले पुल पर मिसाइलों से हमले किए जिनमें से 11 मिसाइल पुल पर गिरी।
इंटरफैक्स समाचार एजेंसी ने उनके हवाले से बताया है कि करीब 1.4 किलोमीटर लंबे पुल को भारी नुकसान हुआ है, लेकिन उसे यातायात के लिए बंद नहीं किया गया है।
स्ट्रेमोसोव ने कहा कि यूक्रेन की सेना ने अमेरिका द्वारा दिए गए एचआईएमएआरएस मल्टी रॉकेट लॉचंर से हमला किया, जिन्हें रूस की हवाई रक्षा प्रणाली ने निष्क्रिय कर दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘पुल को वाहनों के लिए बंद नहीं किया गया है, लेकिन स्थिति गंभीर है।’’
यह पुल खेरसॉन इलाके में नीपर नदी को पार करने का प्रमुख रास्ता है और इसके नष्ट होने से रूस को इलाके में लड़ रहे अपने सैनिकों को सामान की आपूर्ति जारी रखने में मुश्किल आएगी।
सरकार नियंत्रित आरटी टेलीविजन और आरआईए नोवोस्ती पर बुधवार को रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव का साक्षात्कार प्रसारित किया गया। इसमें उन्होंने कहा कि रूस ने ‘अपने विशेष सैन्य अभियान’ की संभावनाओं का विस्तार मॉस्को समर्थित दोनेत्स्क और लुहांस्क से बढ़कर पूर्वी खेरसॉन और ज़ैपसोरिज़िया और अन्य इलाकों में किया है।
उन्होंने रेखांकित किया कि दुश्मनी को खत्म करने के लिए रूस और यूक्रेन ने मार्च महीने में चर्चा की थी। लावरोव ने कहा, ‘‘हमारी तैयारी यूक्रेन के प्रस्ताव को मार्च 2022 के भूगोल के आधार पर स्वीकार करने की है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अब का भूगोल अलग है।’’ लावरोव ने दावा किया कि अमेरिका और ब्रिटेन की मंशा रूस और अन्य यूरोपीय देशों के बीच वास्तविक युद्ध भड़काने की है।
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खेरसॉन - अमेरिकी सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि नीपर नदी और काला सागर के संगम स्थल पर स्थित और पोत निर्माण उद्योग के प्रमुख केंद्र खेरसॉन पर रूस की कब्जा करने की मंशा है।
प्रवक्ता के मुताबिक यह स्थान रूस के पहले ही कब्जे में जा चुके क्रीमिया प्रायद्वीप के नजदीक है।
स्थानीय स्तर पर महीनों से कयास लगाए जा रहे हैं कि रूस इलाके को अपने कब्जे में लेने के लिए जनमत संग्रह की घोषणा कर सकता है।
व्हाइट हाउस में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने मंगलवार को कहा कि अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के पास तमाम नए सबूत हैं जो इंगित करते हैं कि रूस औपचारिक रूप से यूक्रेन के और हिस्सों को अपने में मिला सकता है।
उन्होंने कहा कि रूस सितंबर से पहले ‘‘फर्जी’’ जनमत संग्रह करा सकता है। अमेरिकी अधिकारी के मुताबिक रूस की नजर पूरे लुहांस्क और दोनेत्स्क के अलावा खेरसॉन पर भी है।
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