उद्धव ठाकरे ने चुनावी बॉण्ड मुद्दे को लेकर भाजपा की आलोचना की, उसे ‘भ्रष्ट जनता पार्टी’ बताया
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने चुनावी बॉण्ड मुद्दे को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए उसे ‘‘भ्रष्ट जनता पार्टी’ बताया और कहा कि उसका असली चेहरा लोगों के सामने आ गया है.
नयी दिल्ली, 31 मार्च : शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने चुनावी बॉण्ड मुद्दे को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए उसे ‘‘भ्रष्ट जनता पार्टी’ बताया और कहा कि उसका असली चेहरा लोगों के सामने आ गया है. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा के ‘मोदी का परिवार’ अभियान को लेकर भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह ‘‘परिवार’’ का मतलब नहीं समझते क्योंकि उसके लिए ‘‘परिवार की जिम्मेदारी लेनी पड़ती है.’’ ठाकरे ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘जब कोविड-19 महामारी के दौरान मैं मुख्यमंत्री था तो मैंने संकल्प लिया था कि ‘मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी’ है. आपके परिवार में केवल आप और आपकी कुर्सी है.’ शिवसेना (यूबीटी) नेता ने दावा किया कि भाजपा के पास अब कोई असली मुद्दा नहीं है क्योंकि चुनावी बॉण्ड की जानकारियां सामने आने से उसका ‘‘नकाब उतर गया है.’’
वह विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलेपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस) की ‘लोकतंत्र बचाओ’ रैली में भाग लेने दिल्ली आए हैं. उन्होंने कहा, ‘‘यह सामने आ चुका है कि भाजपा सबसे भ्रष्ट पार्टी है. वह ‘भ्रष्ट जनता पार्टी’ है. उनका असली चेहरा जनता के सामने आ गया है.’’ ठाकरे ने उन लोगों का अपनी पार्टी में स्वागत करने के लिए भी भाजपा पर प्रहार किया जिनके खिलाफ उसने पहले गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने पूछा, ‘‘प्रफुल पटेल के खिलाफ किसने आरोप लगाए थे? आदर्श (घोटाले) के बारे में किसने आरोप लगाए थे? जनार्द्धन रेड्डी और नवीन जिंदल के खिलाफ किसने आरोप लगाए थे?’’ यह भी पढ़ें : भाजपा ब्रह्मांड में सबसे ज्यादा झूठ बोलने वाली पार्टी: अखिलेश यादव
ठाकरे ने यह भी कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भाजपा अलग थी और वह सिद्धांतों पर चलती थी. उन्होंने आरोप लगाया कि अब भाजपा भ्रष्ट लोगों के साथ है. लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने की पृष्ठभूमि में ‘इंडिया’ गठबंधन की रविवार को रामलीला मैदान में होने वाली ‘लोकतंत्र बचाओ’ रैली को ताकत और विपक्षी एकता का प्रदर्शन करने के तौर पर देखा जा रहा है. बहरहाल, कांग्रेस ने कहा कि इस रैली का उद्देश्य किसी व्यक्ति की रक्षा करना नहीं, बल्कि संविधान और लोकतंत्र को बचाना है