हैदराबाद, 26 मार्च भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष बंदी संजय कुमार तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग (टीएसपीएससी) के एक प्रश्नपत्र के कथित तौर पर लीक होने के मामले की जांच रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) के समक्ष रविवार को पेश नहीं हुए।
एसआईटी ने प्रश्नपत्र लीक मामले में कुमार का बयान दर्ज करने के लिए उन्हें तलब किया था। हालांकि, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष हैदराबाद में एसआईटी के समक्ष पेश नहीं हुए, लेकिन पार्टी की विधि टीम जांच दल में शामिल अधिकारियों से मिली।
कुमार ने एसआईटी के नाम भेजे एक पत्र में कहा है कि संसद के मौजूदा सत्र को देखते हुए वह उसके समक्ष पेश नहीं हो सकेंगे। तेलंगाना पुलिस की एसआईटी ने शनिवार को कुमार को नोटिस जारी कर 26 मार्च को उसके समक्ष पेश होने का निर्देश दिया था।
एसआईटी ने प्रश्नपत्र लीक मामले में कुछ अविश्वसनीय जानकारियां होने की कुमार की कथित टिप्पणियों का जिक्र करते हुए उनसे जांच के हित में उनके पास मौजूद किसी भी दस्तावेज के साथ 26 मार्च को एसआईटी के समक्ष पेश होने के लिए कहा था।
एसआईटी की नोटिस पर प्रतिक्रिया देते हुए कुमार ने कहा, “जब मुझे कुछ स्वतंत्र स्रोतों के माध्यम से पता चला कि एक निश्चित गांव में बड़ी संख्या में लोग भर्ती के योग्य नहीं हैं, तो मैंने इसे सार्वजनिक मंच पर डाल दिया, ताकि एसआईटी के रूप में, आप इस जानकारी की सत्यता का पता लगाने के लिए मामले की जांच कर सकें।”
उन्होंने कहा, “मामले की जांच करने के बजाय आपने मुझे नोटिस देने का विकल्प चुना और मुझसे आपके सामने पेश होने की उम्मीद की। संसद के मौजूदा सत्र को देखते हुए मैं 26 मार्च को आपके सामने पेश नहीं हो पाऊंगा।”
कुमार ने ‘प्रश्नपत्र लीक से जुड़े मामले को दबाने के प्रयास किए जाने’ के आरोप भी लगाए।
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