नयी दिल्ली, एक दिसंबर तेलंगाना के मंत्री गांगुला कमलाकर और राज्यसभा सदस्य वद्दीराजू रविचंद्र, एक व्यक्ति द्वारा खुद को भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईपीएस) का अधिकारी बताकर लोगों से कथित रूप से धन ऐंठने से जुड़े मामले की जांच के सिलसिले में बृहस्पतिवार को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के सामने पेश हुए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि तेलंगाना के नागरिक आपूर्ति मंत्री कमलाकर और राज्यसभा सदस्य रविचंद्र को पूछताछ से लिए सीबीआई ने तलब किया था। ये दोनों तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के नेता हैं।
उन्होंने बताया कि सीबीआई ने सोमवार को एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था जो यहां तमिलनाडु भवन में कथित रूप से कुछ लोगों से मिला था और खुद को केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) का संयुक्त निदेशक बताते हुए उनसे महंगे उपहार मांगे थे।
अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान विशाखापत्तनम निवासी कोव्वी रेड्डी श्रीनिवास राव के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि राव ने विभिन्न केन्द्रीय जांच एजेंसियों द्वारा दर्ज मामलों सहित विभिन्न मामलों में लोगों को उनके पक्ष में फैसला कराने के लिए अज्ञात नौकरशाहों के साथ लॉबिंग करने का आश्वासन देकर उनसे बदले में कथित रूप से महंगे तोहफे मांगे थे।
उन्होंने बताया कि सीबीआई राव के कथित राजनीतिक संबंधों की जांच कर रही है क्योंकि वह जिन लोगों से मिला, उनका काम करा देने की शेखी बघार रहा था।
अधिकारियों के अनुसार, आरोप है कि 22 नवंबर को दिल्ली आने के बाद राव ने खुद को वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी बताकर अलग-अलग मौकों पर छह लोगों से मुलाकात की और सरकारी विभागों में उनके खिलाफ लंबित मामलों में फैसला कथित रूप से उनके पक्ष में कराने की पेशकश की।
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