अगरतला, 23 अगस्त त्रिपुरा के सिपाहीजाला जिले में दो विधानसभा क्षेत्रों में पांच सितंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विरोधी मतों का विभाजन रोकने के प्रयास के तहत मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के राज्य सचिव जितेंद्र चौधरी ने मुख्य विपक्षी दल टिपरा मोथा और कांग्रेस के साथ एक और दौर की बैठक की।
माकपा के एक वरिष्ठ नेता ने बुधवार को यह जानकारी दी।
हालांकि, मंगलवार रात हुई इस बैठक का कोई ठोस नतीजा सामने नहीं आया। टिपरा मोथा और कांग्रेस ने बोक्सानगर और धनपुर में माकपा उम्मीदवारों के लिए अपने संयुक्त समर्थन की अभी तक पुष्टि नहीं की है।
पाार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘मैंने भाजपा विरोधी मतों के विभाजन को रोकने के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए विपक्ष के नेता अनिमेष देबबर्मा और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष आशीष कुमार साहा के साथ बैठक की। उन्होंने हमें मदद का आश्वासन दिया लेकिन अंतिम निर्णय अगले 48 घंटों के भीतर लिया जाएगा।’’
देबबर्मा ने दावा किया कि माकपा ने टिपरा मोथा से मदद मांगी है। साठ सदस्यीय राज्य विधानसभा में माकपा के 13 सदस्य हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने उन्हें बताया कि माकपा ने हमारी सहमति के बिना दोनों विधानसभा क्षेत्रों में एकतरफा उम्मीदवार उतारे हैं।’’
उपचुनाव में टिपरा मोथा के सत्तारूढ़ पार्टी का समर्थन नहीं करने की बात पर जोर देते हुए देबबर्मा ने कहा कि उन्होंने माकपा को आश्वासन दिया कि वे पार्टी के भीतर संयुक्त प्रचार अभियान के मुद्दे पर चर्चा करेंगे और उन्हें 48 घंटे में बताएंगे।
देबबर्मा ने कहा कि पार्टी संयुक्त प्रचार अभियान का समर्थन करने का अंतिम फैसला करने से पहले टिपरा मोथा की ग्रेटर टिपरालैंड की मुख्य मांग पर माकपा का रुख जानना चाहती है।
इस उपचुनाव में हालांकि आठ उम्मीदवार मैदान में हैं, लेकिन दोनों सीटों पर सत्तारूढ़ भाजपा और माकपा के बीच सीधा मुकाबला होने की संभावना है। अभी तक न तो टिपरा मोथा और न ही कांग्रेस ने उपचुनाव के लिए उम्मीदवार उतारे हैं।
ब्रजेन्द्र
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