ICC Test Championship: Rohit Sharma और Virat Kohli के साथ टीम इंडिया ने शुरू किया पृथकवास, इंग्लैंड में न्यूजीलैंड से लेना है लोहा
भारतीय पुरुष टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ 18 जून से विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का फाइनल खेलना है. इसके बाद टीम इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलेगी. महिला टीम को इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट, तीन वनडे और इतने ही टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने हैं. महिला टीम अपना अभियान 16 जून से शुरू करेगी.
मुंबई: भारतीय कप्तान विराट कोहली (Virat kohli), उप कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) और मुख्य कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) भी मंगलवार को इंग्लैंड के दौरे पर जाने वाली टीम के लिये तैयार किये जैव सुरक्षित वातावरण (बायो बबल) में शामिल हो गये. इसके साथ ही भारत की पुरुष और महिला टीमों का आठ दिन का कड़ा पृथकवास भी शुरू हो गया. भारतीय महिला टीम की सदस्यों ने भी मुंबई (Mumbai) में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (International Airport) के करीब स्थित ग्रैंड हयात (Grand Hyatt) में आठ दिन के कड़े पृथकवास में प्रवेश कर लिया है. सभी खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ के आरटी पीसीआर (RT PCR) के तीन परीक्षण नेगेटिव आने के बाद दोनों टीमों के दो जून को इंग्लैंड रवाना होने की संभावना है. ICC WTC Final 2021: डब्ल्यूटीसी के फाइनल मुकाबले में भारत के लिए तुरुप का इक्का साबित होगा यह खिलाड़ी
भारतीय पुरुष टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ 18 जून से विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का फाइनल खेलना है. इसके बाद टीम इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलेगी. महिला टीम को इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट, तीन वनडे और इतने ही टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने हैं. महिला टीम अपना अभियान 16 जून से शुरू करेगी. भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के सूत्रों ने बताया, ''ऋद्धिमान साहा और प्रसिद्ध कृष्णा कोविड—19 से पूरी तरह उबरने पर दो दिन बाद बायो बबल में आएंगे.
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मुंबई में रहने वाले खिलाड़ी जैसे विराट, रोहित और कोच शास्त्री बायो बबल में चले गये हैं.'' पता चला है कि खिलाड़ियों के परिवारों को अभी तक मंजूरी नहीं मिली है लेकिन बीसीसीआई को उम्मीद है कि जल्द ही ऐसा हो जाएगा. सूत्रों ने कहा, ''हम खिलाड़ियों को तीन महीने तक अपने परिवारों से दूर नहीं रख सकते हैं और वह भी बायो बबल में. यह मानसिक स्वास्थ्य के लिये भी अच्छा नहीं है.'' टीमों के इंग्लैंड पहुंचने पर पृथकवास की अवधि को लेकर अब भी बातचीत चल रही है. इस अवधि को कम किया जा सकता है.
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