देश की खबरें | तबादलों पर मंत्री, डाक्टरों के संगठन और कर्मचारी संगठन ने उठाये सवाल

लखनऊ, पांच जुलाई उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में चिकित्सकों और कर्मचारियों के बड़े पैमाने पर हुए तबादलों ने विवाद का रूप ले लिया हैं । विभाग की स्थानांतरण नीति पर सूबे के उप मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने सवाल उठाते हुए अधिकारियों से जवाब तलब किया है। इसके अलावा डाक्टरों के संगठन प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ, उप्र और राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने भी विभाग को कटघरे में खड़ा किया हैं ।

वहीं इस बारे में विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने कहा हैं कि यह विभाग का आंतरिक मामला हैं, इस बारे में स्वास्थ्य मंत्री को जवाब दिया जा रहा हैं । मीडिया को इस बारे में कुछ नही बताया जा सकता हैं ।

उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में हुए तबादलों पर सवालिया निशान लगाते हुए सरकारी अस्पतालों के डाक्टरों के संगठन प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ उप्र (पीएमएसए) ने मंगलवार को कहा कि तबादला सूची में दो ऐसे डाक्टरों का तबादला भी कर दिया गया है जिनका पूर्व में निधन हो चुका हैं ।

संघ ने आरोप लगाया कि तबादला नीति में नियमों का खुले आम उल्लंघन किया गया हैं जिसके विरोध में संघ का एक प्रतिनिधि मंडल शीघ्र ही प्रदेश के उप मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक से मिलेगा ।

इससे पहले उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने स्वास्थ्य विभाग में मौजूदा सत्र में हुए तबादलों पर सवाल उठाते हुए कहा कि वर्तमान सत्र में जो भी स्थानांतरण किये गये हैं उनमें स्थानांतरण नीति का पूर्णत: पालन नहीं किया गया है। इसके लिए उन्होंने अपर मुख्‍य सचिव (एसीएस) चिकित्‍सा एवं स्‍वास्‍थ्‍य को कारण स्पष्ट करते हुए संपूर्ण विवरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं।

उत्तर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण तथा मातृ एवं शिशु कल्याण मंत्री मंयकेश्वर सिंह ने भी विभाग के महानिदेशक से मंडलीय कार्यालयों में अधिकतम सात वर्ष पूर्ण करने वाले चिकित्साधिकारियों के बारे में तथा अन्य कर्मचारियों की स्थिति के बारे में जानकारी देने को कहा था ।

राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष जे एन तिवारी ने स्वास्थ्य विभाग के पैरामेडिकल कर्मचारियों के नीति विरुद्ध किए गए स्थानांतरण का संज्ञान लेकर उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक से शिकायत की है। उन्होंने निदेशक पैरामेडिकल द्वारा किए गए सभी स्थानांतरण आदेश को तत्काल निरस्त करते हुए जांच कराने की मांग की है।

पीएमएसए संघ के प्रदेश अध्यक्ष डा सचिन वैश्य ने पीटीआई से कहा,''इस वर्ष स्वास्थ्य विभाग में चिकित्सकों के तबादले में स्थानांतरण नीति का पूर्णत: पालन नहीं किया गया हैं । यहां तक कि मृत चिकित्सकों के भी तबादले कर दिए गये हैं । चित्रकूट में अपर मुख्य चिकित्साधिकरी के पद पर तैनात डा. दीपेंद्र सिंह का निधन जून माह में हो गया था । उनका स्थानान्तरण उनके निधन के बाद इसी पद पर प्रयागराज कर दिया गया है । इसी प्रकार बाराबंकी जिले में उप मुख्य चिकित्साधिकारी के पद पर तैनात डा. सुधीर चंद्रा का निधन करीब एक माह पहले हो गया था ।उनके निधन के बाद उनका तबादला फतेहपुर जिले में कर दिया गया हैं ।''

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