नयी दिल्ली, 13 अप्रैल राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने मंगलवार को कहा कि लोगों को डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर के जीवन और विचारों से सीख लेकर उनके आदर्शों को अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए और तथा भारत को मजबूत, संपन्न बनाने में योगदान देना चाहिए।
राष्ट्रपति ने संविधान निर्माता डॉ. आंबेडकर की जयंती की पूर्व संध्या पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं।
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘भारत के संविधान निर्माता डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर की जयंती पर, मैं देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।’’
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘अपने पूरे प्रेरक जीवन में डॉ. आंबेडकर ने भारी मुश्किलों के बीच अपने विशेष मार्ग का निर्माण किया और अपनी असाधारण व बहुआयामी उपलब्धियों के लिए सराहना हासिल की।’’
राष्ट्रपति ने कहा कि आंबेडकर मानवाधिकारों के पुरजोर समर्थक थे, जिन्होंने भारत के वंचित समुदायों के लोगों के सामाजिक-आर्थिक स्तर में सुधार और उनके बीच शिक्षा के प्रसार के उद्देश्य से ‘बहिष्कृत हितकारिणी सभा’ का गठन किया था।
कोविंद ने कहा, ‘‘डॉ. आंबेडकर ने एक बेहतर और न्यायपूर्ण समाज की कल्पना की थी और जीवन भर इसके लिए संघर्ष किया। वह एक आधुनिक भारत का निर्माण करना चाहते थे, जहां जाति के आधार पर या किसी अन्य वजह से कोई भेदभाव न हो, जहां सदियों से पिछड़ेपन से जूझ रहीं महिलाएं और समुदाय आर्थिक व सामाजिक अधिकारों की समानता का लुत्फ उठा सकें।’’
राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी बयान में राष्ट्रपति के हवाले से कहा गया, ‘‘ डॉ. आंबेडकर की जयंती के अवसर पर, आइए उनके जीवन और विचारों से सबक लेकर उनके आदर्शों को अपने जीवन में आत्मसात करने का संकल्प लें तथा भारत को मजबूत व संपन्न बनाने में योगदान करें।’’
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