देश की खबरें | मृत बेटे का शव लेने गए माता-पिता से पोस्टमार्टम कर्मी ने मांगे 50 हजार रू, जांच शुरू
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. बिहार के समस्तीपुर जिले के मुसरीघरारी थाना क्षेत्र में एक सड़क हादसे में मृत अपने बेटे का शव लेने गए निर्धन माता-पिता से पोस्टमार्टम कर्मी द्वारा कथित तौर पर 50 हजार रुपये की मांग किए जाने का एक मामला प्रकाश में आया है।
समस्तीपुर, नौ जून बिहार के समस्तीपुर जिले के मुसरीघरारी थाना क्षेत्र में एक सड़क हादसे में मृत अपने बेटे का शव लेने गए निर्धन माता-पिता से पोस्टमार्टम कर्मी द्वारा कथित तौर पर 50 हजार रुपये की मांग किए जाने का एक मामला प्रकाश में आया है।
मृत बेटे का शव सौंपने के एवज में पोस्टमार्टम कर्मी द्वारा 50 हजार रुपये की मांग किए जाने के कारण मृतक के माता-पिता के राशि एकत्रित करने के लिए पैदल घूम-घूमकर लोगों से फरियाद करने से संबंधित एक वीडियो वायरल हो गया।
वीडियो वायरल होने के बाद समस्तीपुर के प्रभारी जिलाधिकरी विनय कुमार राय ने बृहस्पतिवार को बताया कि सिविल सर्जन को मामले की जांच करने का आदेश दिया गया है और दोषी पाए जाने पर इस मामले में निश्चित ही कार्रवाई की जाएगी।
मिली जानकारी के अनुसार समस्तीपुर जिले के ताजपुर थाना अंतर्गत कस्बे आहर गांव निवासी महेश ठाकुर का इकलौता पुत्र संजीव ठाकुर (25) मानसिक रूप से अस्वस्थ था। जानकारी के अनुसार वह पांच मई को घर से कहीं चला गया था और काफी खोजबीन करने पर भी नहीं मिला।
मिली जानकारी के अनुसार इसी बीच मुसरीघरारी थाने के बेझाडिह गांव के समीप से गुजर रहे राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 28 के किनारे किसी युवक की एक अज्ञात वाहन से टक्कर लगने से मौत होने की सूचना मिली। जानकारी के अनुसार स्थानीय लोगों के शव पहचानने से इनकार करने पर पुलिस ने उक्त शव को अज्ञात घोषित करके पोस्टमार्टम के लिए समस्तीपुर सदर अस्पताल भेज दिया।
मिली जानकारी के अनुसार इस बीच आठ मई को उक्त अज्ञात शव के बारे में जानकारी मिलने पर संजीव ठाकुर के माता-पिता शव की पहचान के लिए सदर अस्पताल पहुंचे।
बताया जाता है कि पोस्टमार्टम कर्मी नागेंद्र मल्लिक ने पहले तो महेश और उनकी पत्नी को शव दिखाने से ही इनकार कर दिया। उसने बाद में शव दिखाया और संजीव के माता-पिता ने अपने बेटे के शव को पहचान लिया।
जानकारी के अनुसार मृतक के पिता ने जब पोस्टमार्टम कर्मी से शव उन्हें सुपुर्द करने को कहा तो उसने उनसे 50 हजार रुपये की मांग की। मिली जानकारी के अनुसार जब उसने शव नहीं दिया तो महेश ठाकुर ने गमछा और उनकी पत्नी ने आंचल फैलाकर पैदल मुहल्ले-मुहल्ले घूमकर लोगों से मदद मांगनी शुरू की जिसका वीडियो वायरल होने पर प्रशासन हरकत में आया।
समस्तीपुर के सिविल सर्जन डॉक्टर एस के चौधरी ने बताया कि वीडियो के माध्यम से उन्हें इस घटना की जानकारी मिली है। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम कर्मी की इस निंदनीय हरकत की जांच पड़ताल के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि मृतक के शव को अंतिम संस्कार के लिए एक एंबुलेंस के जरिये बुधवार शाम कस्बे आहर गांव भेज दिया गया है।
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