Uttar Pradesh Law And Order: प्रदेशवासियों ने सात साल में कानून व्यवस्था के महत्व को महसूस किया: मुख्यमंत्री आदित्यनाथ

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि प्रदेशवासियों ने पिछले सात वर्षों में कानून व्यवस्था के महत्व को ठीक से महसूस किया और इसीलिए दोबारा इस सरकार को चुना है। आज हर नागरिक के मन में सुरक्षा का विश्वास है।

CM Yogi Adityanath (Photo Credit: ANI)

लखनऊ, 16 फरवरी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि प्रदेशवासियों ने पिछले सात वर्षों में कानून व्यवस्था के महत्व को ठीक से महसूस किया और इसीलिए दोबारा इस सरकार को चुना है. आज हर नागरिक के मन में सुरक्षा का विश्वास है. उन्होंने कहा कि 19 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में 10 लाख से अधिक निवेश के प्रस्तावों को लखनऊ में आयोजित ‘ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी‘ (जीबीसी 4) के माध्यम से धरातल पर उतारा जाएगा.

इससे 35 लाख नौजवानों को सीधे-सीधे नौकरी मिलेगी, जो यह दर्शाता है कि संकल्प के साथ कानून व्यवस्था को लागू किया जाए तो उसके परिणाम भी सामने आते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में मजबूत कानून व्यवस्था की स्थिति के परिणामस्वरूप ‘ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023’ में 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए. राज्य सरकार द्वारा जारी एक बयान के अनुसार उन्होंने कहा, "वर्ष 2017 से पहले कोई भी राज्य में निवेश नहीं करना चाहता था.

ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को 67वीं ‘ऑल इंडिया पुलिस ड्यूटी मीट’ के समापन समारोह में कही. इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्मारिका का विमोचन किया. साथ ही मुख्यमंत्री ने विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं के विजेताओं को ट्रॉफी भी प्रदान की.

एक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा, कानून व्यवस्था और सुरक्षा का बेहतर माहौल बनाने में पुलिस के विभिन्न बलों की अति महत्वपूर्ण भूमिका है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता की धारणा (पब्लिक परसेप्शन) तय करने में भी पुलिस बल का अहम रोल है और उन्हें यह धारणा बनाने में काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है. इसके लिये उन्हें दोहरी मानसिकता के साथ काम करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि पुलिस बल असामाजिक तत्वों के साथ बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करने (जीरो टॉलरेंस) की नीति के तहत अपने काम को अंजाम तक पहुंचाते हैं.

जबकि आम आदमी के गुहार लगाने पर संवाद स्थापित कर उन्हें न्याय दिलाते हैं. उन्होंने कहा कि इससे आम आदमी के मन में एक नया विश्वास पैदा होता है। साथ ही यह पुलिस बल की संवेदनशीलता को भी दर्शाता है. कार्यक्रम में प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार, पुलिस महानिदेशक आरपीएफ मनोज यादव आदि शामिल हुए.

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

Share Now

\