ब्रिटेन में भारतीय छात्रों की संख्या में 136 प्रतिशत की वृद्धि हुयी

नवीनतम आव्रजन आंकड़े बृहस्पतिवार को यहां जारी किए गए।

लंदन, 21 मई भारतीय छात्रों द्वारा उच्च शिक्षा गंतव्य के रूप में ब्रिटेन को चुने जाने के कारण पिछले साल यहां उनकी संख्या में 136 प्रतिशत की वृद्धि हुयी जो प्रवासियों में सबसे अधिक है।

नवीनतम आव्रजन आंकड़े बृहस्पतिवार को यहां जारी किए गए।

ऑफिस फॉर नेशनल स्टैटिस्टिक्स (ओएनएस) के आंकड़ों से पता चला कि मार्च 2020 में समाप्त हुए वर्ष में 49,844 भारतीय छात्रों को ब्रिटेन के लिए स्टडी वीजा दिया गया।

वर्ष 2011 के बाद से भारतीय छात्रों की यह सबसे बड़ी संख्या है।

इस बीच चीन के छात्रों की संख्या में मार्च 2019 को समाप्त वर्ष की तुलना में 18 प्रतिशत की वृद्धि हुयी और यह संख्या 1,18,530 रही।

ओएनएस की एक वरिष्ठ अधिकारी जे लिंडोप के अनुसार, 2019 में गैर-यूरोपीय संघ से आने वाले लोगों की संख्या उच्चतम स्तर पर थी और ऐसा चीन तथा भारत के छात्रों की संख्या में वृद्धि के कारण हुआ। इस बीच काम के लिए यूरोपीय संघ के देशों से आने वाले लोगों की संख्या में लगातार गिरावट आई है।

उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि कोरोना वायरस महामारी के कारण दिसंबर से यात्रा पर खासा प्रभाव पड़ा है और नए विश्लेषण से पता चलता है कि हाल के महीनों में ब्रिटेन में विदेशों से आने-जाने वाले लोगों की संख्या में कैसे कमी आयी है।

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