जरुरी जानकारी | आखिरी दौर की खरीदारी से शेयर बाजारों में रौनक लौटी, सेंसेक्स 99 अंक चढ़ा
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. स्थानीय शेयर बाजारों में बृहस्पतिवार को कारोबार के अंतिम घंटे में लिवाली का जोर रहने से सूचकांक गिरावट से उबरने में सफल रहे और एक दिन के अंतराल के बाद फिर से चढ़कर बंद हुए।
मुंबई, 25 मई स्थानीय शेयर बाजारों में बृहस्पतिवार को कारोबार के अंतिम घंटे में लिवाली का जोर रहने से सूचकांक गिरावट से उबरने में सफल रहे और एक दिन के अंतराल के बाद फिर से चढ़कर बंद हुए।
वायदा एवं विकल्प खंड में मासिक सौदों के निपटान का अंतिम दिन होने से शेयर बाजारों में कारोबार उतार-चढ़ाव से भरा रहा। हालांकि कारोबार के अंतिम घंटे में अधिक खरीदारी होने से बीएसई का सेंसेक्स 98.98 अंक यानी 0.16 प्रतिशत की बढ़त के साथ 61,872.62 अंक पर बंद हुआ।
कारोबार के दौरान यह ऊंचे में 61,934.01 अंक तक गया और नीचे में 61,484.66 अंक तक आया।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के सूचकांक निफ्टी की शुरुआत कमजोर रही थी। लेकिन अंत में यह भी 35.75 अंक यानी 0.20 प्रतिशत के लाभ के साथ 18,321.15 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में से भारती एयरटेल, आईटीसी, कोटक महिंद्रा बैंक, लार्सन एंड टुब्रो, पावर ग्रिड, बजाज फाइनेंस, इन्फोसिस, नेस्ले, एशियन पेंट्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा प्रमुख रूप से लाभ में रहीं।
दूसरी तरफ नुकसान में रहने वाले शेयरों में विप्रो, टाटा मोटर्स, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, भारतीय स्टेट बैंक और टाटा स्टील शामिल हैं।
च्वाइस ब्रोकिंग के इक्विटी शोध विश्लेषक देवेन मेहता ने कहा, "वायदा एवं विकल्प खंड के अनुबंध सौदों के मासिक निपटान का दिन होने से भारतीय शेयर बाजारों में काफी उतार-चढ़ाव रहा।"
बीएसई का मिडकैप सूचकांक 0.36 प्रतिशत चढ़ गया जबकि स्मालकैप सूचकांक में 0.27 प्रतिशत की तेजी रही।
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे जबकि जापान का निक्की लाभ में रहा।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में मिला-जुला रुख रहा। अमेरिकी बाजार बुधवार को नुकसान में रहे।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, "वैश्विक बाजारों ने अपना असर कायम रखा। अमेरिका से मिले कमजोर संकेतों और जर्मनी में मंदी की दस्तक ने घरेलू बाजारों पर दबाव डाला। हालांकि अमेरिकी वायदा चढ़ने से घरेलू बाजार पिछले नुकसान की भरपाई करने में सफल रहे।"
एक दिन पहले बुधवार को सेंसेक्स में 208.01 की गिरावट आई थी जबकि निफ्टी 62.60 अंक गिर गया था।
इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.14 प्रतिशत की गिरावट के साथ 77.47 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक शुद्ध लिवाल रहे और उन्होंने बृहस्पतिवार को 589.10 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध खरीदारी की।
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