आगरा,14 मार्च आगरा के एत्मादपुर में एक सरकारी महिला चिकित्सक ने एक नवजात बच्ची को अपने मुंह से ऑक्सीजन देकर उसे बचा लिया। महिला चिकित्सक ने नवजात के मुंह से मुंह सटाकर सांसें भरी और उसकी सांसों को थमने नहीं दिया।
इस बीच प्रसूता मां बच्ची की जिंदगी की आस में चिकित्सक को एकटक देखे जा रही थी। उधर, महिला चिकित्सक तब तक कोशिश करती रही जब तक नवजात की किलकारी नहीं गूंजी। अंतत: चिकित्सक के प्रयास ने एक नवजात को जीवन प्रदान कर दिया।
मामला एत्मादपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है। यहां खुशबू नाम की महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया, लेकिन नवजात सांस नहीं ले पा रही थी। फिर ऑपरेशन थियेटर में प्रसव करा रहीं डॉ.सुरेखा द्वारा नवजात को मशीन से ऑक्सीजन देने का प्रयास असफल होने पर डॉ.सुरेखा ने नवजात को अपने मुंह से लगाकर सांस देना शुरू कर दिया।
यह देख वहां मौजूद स्टाफ हतप्रभ रह गया। एक स्टाफ ने इसका वीडियो बना लिया। डॉ.सुरेखा खून से लथपथ नवजात को मुंह से सांस देने के साथ साथ सीने पर पम्प कर रही थीं। आखिरकर उनकी कोशिश रंग लाई और वह नवजात को जीवन देने में सफल रहीं।
इस संबंध में डॉ.सुरेखा ने कहा कि उन्होंने नवजात को सात मिनट तक मुंह से सांस दी जिससे उनकी कोशिश रंग लाई और नवजात बच्ची सांस लेने लगी। इससे संबंधित दो मिनट 50 सेकंड का एक वीडियो सोशल मीडिया में प्रसारित हो रहा है। डॉ. चौधरी ने कहा, ‘‘ शुरुआत में नर्स ने नवजात का प्रारंभिक इलाज किया, लेकिन यह काम नहीं किया। अंतत: मैंने उसे मुंह सटाकर कम से कम सात मिनट तक सांस देना शुरू किया।’’
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