श्रीनगर, दो जून नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने बृहस्पतिवार को कहा कि नागरिकों की लक्षित हत्याएं और कश्मीर के लोगों में व्याप्त भय सरकार के उन दावों को खारिज करता है कि जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य हैं।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने यहां नवा-ए-सुबह में नेशनल कांफ्रेंस की प्रांतीय समिति (कश्मीर) की बैठक की अध्यक्षता करते हुए आरोप लगाया कि प्रशासन अपना सिर रेत में दबाकर बैठा है और कहा, ''यह शुतुरमुर्ग का दृष्टिकोण ऐसी स्थिति में धकेल देगा, जहां से लौटना मुश्किल होगा।''
बैठक को संबोधित करते हुए अब्दुल्ला ने ''जम्मू-कश्मीर की पहचान और गरिमा की बहाली के लिए शांति के साथ लड़ने'' के पार्टी के रुख को दोहराया। उनका इशारा जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे की ओर रहा, जिसे पांच अगस्त, 2019 को केंद्र द्वारा रद्द कर दिया गया था।
पार्टी ने कहा कि नेकां अध्यक्ष ने घाटी में ''बिगड़ती'' सुरक्षा स्थिति पर भी गंभीर चिंता व्यक्त की, जिसके कारण अल्पसंख्यक समुदायों के सदस्यों सहित बेगुनाहों की लक्षित हत्याएं हुई हैं।
अब्दुल्ला ने कहा, ''मैं कुलगाम में एक बैंक प्रबंधक विजय कुमार की निर्मम हत्या की कड़ी निंदा करता हूं। लक्षित हत्याएं और अल्पसंख्यकों समेत अन्य नागरिकों में व्याप्त भय, सरकार के उन दावों को खारिज करता है कि कश्मीर में हालात सामान्य हैं।''
उन्होंने कहा, ''हमे खेद है कि एक के बाद एक निर्दोष लोगों की हत्या की जा रही है। अल्पसंख्कों को मारा जा रहा है। पुलिसकर्मियों को मारा जा रहा है। निशाना बनाकर आम नागरिकों की हत्या की जा रही है।''
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)