वायरस के कारण दुनियाभर में मरने वालों की संख्या बढ़ी, लेकिन कई देश देने लगे लॉकडाउन में राहत
अमेरिकी प्रशासन में अधिकारियों ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का ध्यान वायरस की बजाय इससे पैदा होने वाले आर्थिक संकट की ओर दिलाने के बारे में सोचा है लेकिन अमेरिकी राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान के डॉ एंथनी फौसी ने इस दिशा में बहुत जल्दबाजी में नहीं बढ़ने के लिए आगाह किया है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार दुनियाभर में नोवेल कोरोना वायरस के कारण दो लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच दक्षिण अमेरिका के समुद्र तटीय क्षेत्र के पास अमेरिकी नौसेना के दूसरे पोत पर सवार लोगों में संक्रमण की बात सामने आई है।
अमेरिकी प्रशासन में अधिकारियों ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का ध्यान वायरस की बजाय इससे पैदा होने वाले आर्थिक संकट की ओर दिलाने के बारे में सोचा है लेकिन अमेरिकी राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान के डॉ एंथनी फौसी ने इस दिशा में बहुत जल्दबाजी में नहीं बढ़ने के लिए आगाह किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘आप सामान्य स्थिति में लौटने की जरूरत और इच्छा के बारे में काफी कुछ सुन रहे हैं। यह बात समझ आती है। लेकिन अगर हम इस पर नियंत्रण नहीं पाते हैं तो कभी सामान्य स्थिति में नहीं लौट पाएंगे। मुझे पता है कि हम कर लेंगे, लेकिन हमें इसे सही तरीके से करना होगा।’’
देशों में सामाजिक व्यवस्थाएं वायरस को फैलने से रोकने और घरों में रहने को मजबूर लोगों को आर्थिक तथा मनोवैज्ञानिक राहत देने के बीच एक अनिश्चितता भरे रास्ते पर चल रही हैं। दुनियाभर में लाखों लोगों की नौकरी जा चुकी हैं, प्रवासी मजदूर और खासकर गरीब बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। पाबंदियों को लेकर बर्लिन से लेकर टेक्सास तक प्रदर्शन हुए हैं।
भारत में भी इस सप्ताह कुछ जगहों पर दुकानें खोलने की अनुमति दी गई है। लेकिन लॉकडाउन में यह ढील उन इलाकों पर लागू नहीं होगी जहां संक्रमण का प्रकोप अधिक है। शॉपिंग मॉल भी नहीं खुलेंगे। लोगों को राशन, दवाई और अन्य आवश्यक सामान लेने के लिए ही घर से बाहर निकलने दिया जाएगा।
श्रीलंका ने भी दो तिहाई से अधिक क्षेत्र में महीनेभर से जारी कर्फ्यू में आंशिक ढील दी थी लेकिन संक्रमण के 46 नए मामले सामने आते ही देशभर में सोमवार तक 24 घंटे का लॉडाउन लगा दिया।
चीन के शहर वुहान के अधिकारियों ने कहा कि सभी बड़ी निर्माण परियोजनाएं शुरू कर दी गयी हैं। अधिकारियों ने करीब ढाई महीने के लॉकडाउन के बाद फैक्ट्रियों में उत्पादन बहाल कर दिया है और अन्य आर्थिक गतिविधियां भी शुरू कर दी हैं।
चीन में रविवार को संक्रमण के 11 नये मामले सामने आए। हालांकि मौत का कोई नया मामला नहीं आया।
यूरोप में इटली और फ्रांस के साथ स्पेन ने भी मई की शुरुआत में पाबंदियों में ढील की तैयारी शुरू कर दी है, लेकिन ब्रिटेन ने लॉकडाउन में किसी तरह के बदलाव की कोई योजना तैयार नहीं की है जहां वायरस संक्रमण से मृतक संख्या 20,000 पहुंच गयी है। इसमें नर्सिंग होमों में मरने वाले मरीजों की संख्या शामिल नहीं है जो हजारों में होने की आशंका है।
हवाई के गवर्नर डेविड इगे ने लोगों के घरों में ही रहने और बाहर से आने वालों के अनिवार्य रूप से पृथक-वास में रहने के आदेश को 31 मई तक के लिए बढ़ा दिया है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सार्वजनिक स्थानों को जल्दबाजी में खोला गया तो वायरस की रोकथाम में अब तक हुई प्रगति पर पानी फिर जाएगा।
कैलिफोर्निया में गर्मी बढ़ने के कारण कई लोग समुद्री तटों, गोल्फ कोर्स पर आ रहे हैं। सामाजिक दूरी कायम रखने की खातिर पुलिस को लवर्स पॉइंट पार्क और दक्षिणी कोने में एक तट को बंद करना पड़ा।
लॉस एंजिलिस में सिटी और काउंटी बीच, खेल के मैदान बंद किए गए। घुड़सवार अधिकारी इन इलाकों की गश्त पर हैं और सामाजिक दूरी के नियमों को लागू करवा रहे हैं।
जॉर्जिया और ओकलाहामा ने सैलून, स्पा और नाई की दुकानें खोलने की इजाजत दी है। अलास्का ने रेस्टोरेंटों को वहीं पर भोजन करने की सुविधा शुरू करने की मंजूरी दी है। यहां खुदरा दुकानें और अन्य कारोबार भी खोले जा सकेंगे हालांकि सख्त नियमों का पालन करना होगा।
कई लोग अपने काम-धंधों पर लौटने के लिए उत्सुक हैं।
टैटू स्टूडियो के मालिक रस एंडरसन ने बताया कि शुक्रवार को उनकी दुकान पर 50 से 60 ग्राहक आए।
जॉर्जिया के गवर्नर की घोषणा के बावजूद लॉयन डेन फिटनेस के सीईओ और संस्थापक शॉन गिनग्रिच ने अटलांटा में जिम बंद ही रखने का फैसला किया। उन्होंने कहा, ‘‘हम पहले ही बहुत कुछ गंवा चुके हैं। मुझे ऐसा लगता है कि अगर इतनी जल्दी हम ऐसा कदम उठाएंगे तो मामले तेजी से बढ़ेंगे।’’
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