MP: इंदौर में तीसरे जन्मदिन से पहले बालक की मौत, मां ने किया बच्चे की आंखें दान करने का फैसला
स्थानीय निवासियों को उनके परिजनों के मरणोपरांत अंगदान और नेत्रदान के लिए प्रेरित करने वाले गैर सरकारी संगठन मुस्कान ग्रुप के कार्यकर्ता जीतू बगानी ने बताया कि शहर के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ने वाले अयांश की आंखें एमके इंटरनेशनल आई बैंक को दान की गईं.
इंदौर: मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर (Indore) में अपने तीसरे जन्मदिन से महज 10 दिन पहले हृदय (Heart) की पुरानी बीमारी के कारण बच्चे की मौत के बाद उसकी मां ने अपने लाड़ले की आंखें दान (Eye donation) कर मानवता की नजीर पेश की है. नेत्रदानी बच्चे की मां रश्मि रानी नारायण (Rashmi Rani Narayan) ने रविवार को बताया कि उनके बेटे अयांश के हृदय में बचपन से ही समस्या थी और डेढ़ साल पहले उसका ऑपरेशन (Operation) भी हो चुका था. Indore: एमवाय अस्पताल की लापरवाही, चूहे ने कुतरा नवजात के पैर
उन्होंने बताया, ‘‘अचानक दिल का दौरा पड़ने के बाद मेरे बेटे ने शनिवार (एक जनवरी) को दम तोड़ दिया. मुझे लगा कि मुझे अपने (दिवंगत) बेटे की आंखें दान करनी चाहिए और मैंने इसका फैसला कर लिया.’’
नारायण ने कहा, ‘‘अगर अयांश हमारे बीच होता, तो हम 11 जनवरी को उसका तीसरा जन्मदिन मना रहे होते. अगर मेरे बेटे के बारे में जानकर दूसरे लोग मरणोपरांत नेत्रदान का संकल्प लेते हैं, तो यह अच्छी बात होगी.’’
स्थानीय निवासियों को उनके परिजनों के मरणोपरांत अंगदान और नेत्रदान के लिए प्रेरित करने वाले गैर सरकारी संगठन मुस्कान ग्रुप के कार्यकर्ता जीतू बगानी ने बताया कि शहर के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ने वाले अयांश की आंखें एमके इंटरनेशनल आई बैंक को दान की गईं.
उन्होंने बताया, ‘‘अयांश की दान की गईं आंखों से दो जरूरतमंद मरीज नेत्र प्रतिरोपण के बाद यह खूबसूरत दुनिया देख सकेंगे.’’
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