देश की खबरें | हरियाणा के मुख्यमंत्री ने उपायुक्तों को दिया निर्देश: यमुना में सीवेज का पानी न छोड़ा जाए

चंडीगढ़, 16 मार्च हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने यमुना नदी को स्वच्छ बनाए रखने की प्रतिबद्धता जताते हुए सभी उपायुक्तों को निर्देश दिया है कि वे सुनिश्चित करें कि नदी में किसी भी तरह से सीवेज का पानी न छोड़ा जाए।

हरियाणा राज्य सूखा राहत और बाढ़ नियंत्रण बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता करते हुए शनिवार को सैनी ने कहा, ‘‘यमुना को साफ रखना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।’’

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री ने पानीपत, सोनीपत, पलवल और यमुनानगर जिलों के उपायुक्तों को निर्देश दिया कि वे अपने जिलों में मलजल उपचार संयंत्र स्थापित करें, ताकि दूषित पानी यमुना में न जाए।

सैनी ने अधिकारियों को रेवाड़ी के मसानी बैराज में स्थित सभी छह मलजल उपचार संयंत्र की कार्य पद्धति की जांच करने और उनकी उचित देखरेख सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने सभी उपायुक्तों को अपने क्षेत्रों में नालों और नहरों की सफाई कराने और मॉनसून के दौरान जलभराव को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए।

सैनी ने कहा कि बाढ़ नियंत्रण बोर्ड का ध्यान शहरों और गांवों में मजबूत ढांचे तैयार करने और मजबूत बुनियादी ढांचे की स्थापना पर होना चाहिए, जिससे मानसून के मौसम में घरों और खेतों में पानी का बहाव रोका जा सके।

मुख्यमंत्री ने राज्य की सभी प्रमुख नहरों की गाद निकालने और पुरानी नहरों की मरम्मत के आदेश दिए।

बैठक में हरियाणा राज्य सूखा राहत और बाढ़ नियंत्रण बोर्ड ने बाढ़ नियंत्रण के लिए कुल 352 योजनाओं को मंजूरी दी, जिनकी लागत 657.99 करोड़ रुपये है।

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