गुरुग्राम, 20 अप्रैल : गुरुग्राम (Gurugram) में 42 लाख रुपये सालाना पैकेज वाली नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक फर्जी कॉल सेंटर ने इंजीनियर से कथित रूप से नौ लाख रुपये ठग लिये. पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी. गुरुग्राम पुलिस की साइबर सेल ने 15 अप्रैल को नौ महिलाओं सहित 22 लोगों को गिरफ्तार किया, जो उद्योग विहार फेज 5 से कथित तौर पर ‘कॉल सेंटर’ चला रहे थे. पुलिस ने कहा कि यह लोग पिछले छह महीनों में नौकरी चाहने वाले सैकड़ों लोगों से कम से कम 1.25 करोड़ रुपये ठगने में लिप्त हैं. हैदराबाद निवासी और आईआईटी से एम-टेक की पढ़ाई करने वाले सतपति भी पैसे गंवाने वाले पीड़ितों की फेहरिस्त में शामिल हैं. पुलिस ने कहा कि सतपति को पिछले साल गिरोह द्वारा कथित रूप से धोखा दिया गया था, जिसके बाद उन्होंने अपने गृह नगर में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी.
पुलिस के अनुसार, गुरुग्राम की साइबर प्रकोष्ठ पुलिस ने ‘कॉल सेंटर’ चलाने वाले आरोपियों के बैंक खाते के लेन-देन की जांच करने के बाद सतपति से संपर्क किया. सतपति ने कहा, ‘‘मैंने प्लेसमेंट डॉट कॉम वेबसाइट पर नौकरी के लिए आवेदन किया था. इसके बाद कॉल करके मुझसे कुछ जानकारी ली गई और अच्छी नौकरी देने का आश्वासन दिया गया.’’ उन्होंने बताया कि एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में 42 लाख रुपये सालाना के पैकेज की नौकरी दिलाने के बहाने पंजीकरण, साक्षात्कार और दस्तावेजों के सत्यापन के लिए उनसे कुल नौ लाख रुपये लिए गए. यह भी पढ़ें : केरल में शख्स ने पत्नी की हत्या करने के बाद खुदकुशी की
सतपति ने जब खुद को ठगा हुआ पाया, तो उन्होंने जालसाजों के खिलाफ हैदराबाद में मामला दर्ज कराया. गुरुग्राम पुलिस द्वारा फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किए जाने के बाद सतपति साइबर अपराध पुलिस के पास अपना बयान दर्ज कराने के लिए गुरुग्राम आये हैं. साइबर पुलिस आरोपियों के सभी खातों की जांच कर रही है. पुलिस ने बताया कि अन्य पीड़ितों से संपर्क करने के प्रयास किए जा रहे हैं.