देश की खबरें | जीएसटी की सबसे बड़ी मार मध्यम एवं गरीब तबके पर पड़ी: पवन खेड़ा

जयपुर, नौ जनवरी कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने बृहस्पतिवार को कहा कि केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार द्वारा लागू किए गए माल एवं सेवा कर (जीएसटी) की सबसे अधिक मार देश के मध्यम एवं गरीब तबके पर पड़ी है।

खेड़ा ने कहा कि पिछले पांच साल में आयकर और जीएसटी संग्रह में क्रमश: 240 प्रतिशत और 177 प्रतिशत की वृद्धि हुई है लेकिन इसका कोई लाभ आम लोगों को नहीं मिला।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार 'एक राष्ट्र-एक कर' की बात करती है लेकिन एक ‘पॉपकॉर्न’ पर ही कर के तीन 'स्लैब' हैं।

कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख खेड़ा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, "आप देश भर में किसी भी दुकानदार या ग्राहक से बात करें... वे जीएसटी से परेशान हैं। मध्यम वर्ग को, छोटे व्यापारी को, गरीब तबके को सबसे ज्यादा चोट इस जीएसटी से पहुंची है।’’

उन्होंने कहा,‘‘जीएसटी की ज्यादा मार मध्यम वर्ग पर, छोटे व्यापारियों पर, मुझ पर, आप पर और हम सब पर पड़ रही है।’’

वह संसद में बजट सत्र से पहले इस मुद्दे को उठाने के लिए कांग्रेस की पहल के तहत यहां आए थे।

उन्होंने कहा, "जीएसटी 'गब्बर सीतारमण टैक्स' है। इसकी वजह से हर किसी को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस कर प्रणाली से चीजें सरल होनी चाहिए थीं लेकिन ठीक इसके उलटा हो रहा है।’’

उन्होंने दावा किया कि देश में जीएसटी लागू हुए 90 महीने हो गए हैं और इस दौरान औसतन हर रोज कर से जुड़ा एक नया परिपत्र जारी कर चीजों को स्पष्ट किया गया है।

कांग्रेस नेता ने कहा कि 2021-22 में कुल जीएसटी का लगभग 64 प्रतिशत हिस्सा देश की 50 प्रतिशत आबादी से आया जबकि उसका केवल 10 प्रतिशत हिस्सा तीन प्रतिशत बड़े या अमीर लोगों से आया।

खेड़ा ने कहा कि कुल नौ जीएसटी ‘स्लैब’ हैं और यह पहली बार है कि किसानों के उपकरण एवं ट्रैक्टर जीएसटी के दायरे में आए हैं।

उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण मुद्दा है तथा कांग्रेस के अलावा कोई राजनीतिक दल मध्यम वर्ग के लिए आवाज नहीं उठाता।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस मध्यम वर्ग के ऊपर इस तरह की बेतहाशा चोट के खिलाफ पूरे देश में आवाज उठाएगी और उठा रही है।

खेड़ा ने कहा, ‘‘इस बजट सत्र से पहले हम जानबूझकर इस मुद्दे को और ज्यादा उठा रहे हैं ताकि बजट सत्र में पूरी संसद का ध्यान इसकी तरफ जाए। ’’

विपक्षी दलों के 'इंडिया' (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) गठबंधन संबंधी एक सवाल पर खेड़ा ने कहा कि गठबंधन ने मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को 400 पार के सपने को पूरा नहीं करने दिया।

उन्होंने कहा, " ‘इंडिया’ गठबंधन राष्ट्रीय स्तर का गठबंधन था और यह अब भी है। राज्यों की परिस्थितियां अलग हैं। पंजाब और दिल्ली में हमारी इकाइयों ने अकेले लड़ने का फैसला किया है। इसलिए, यह हैरान होने वाली बात नहीं है।"

खेड़ा ने मोदी पर ‘‘कायर’’ होने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने 11 साल में कोई संवाददाता सम्मेलन नहीं किया।

खेड़ा ने कहा, "ये (केंद्र) सरकार ... माफ करना शब्द तो गलत है .... कायरों की और डरपोकों की सरकार है। प्रधानमंत्री पत्रकारों के सवाल नहीं झेल सकते। बिना टेलीप्रॉम्प्टर के बोल नहीं सकते।'

उन्होंने कहा, ‘‘बहुत अजीब सी बात है कि देश की राजधानी के दरवाजे देश के अन्नदाता के लिए बंद हैं। किसी स्वस्थ लोकतंत्र में यह संभव नहीं हो सकता।’’

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