मुम्बई, एक मई महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती कोरोना वायरस महामारी से प्रदेश को निजात दिलाना और उसकी आर्थिक वृद्धि दर सुधारना है।
महाराष्ट्र के 60वें स्थापना दिवस पर टेलीविजन पर प्रसारित अपने संबोधन में कोश्यारी ने कहा कि सरकार इन दोनों मुद्दों पर यथासंभव कोशिश कर रही है।
मराठी में दिये अपने भाषण में राज्यपाल ने लोगों से एक - दूसरे से दूरी बनाकर रहने, लॉकडाउन के नियमों एवं सभी सुरक्षा एहतियातों का पालन करने की अपील की।
उन्होंने राज्य को मजबूत एवं समृद्ध बनाने का लक्ष्य हासिल करने तथा यथाशीघ्र उसे कोरोना वायरस महामारी से निजात दिलाने के लिए नागरिकों का सहयोग मांगा।
उन्होंने संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
राज्यपाल ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र विभिन्न प्रकार की लड़ाइयों की पृष्ठभूमि में अपने अस्तित्व के 61 वें वर्ष में कदम रख रहा है। राज्य दृढ़ संकल्प के साथ इस लड़ाई को लड़ रहा है। राज्य में सभी विषम परिस्थितियों से लड़ने और उन पर विजय पाने की परंपरा रही है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘स्थापना दिवस का जश्न पूरे राज्य में हर्षोल्लास से मनाया जाना चाहिए था। सरकार ने इस मौके पर कई कार्यक्रमों की योजना बनायी थी।’’
उन्होंने कहा कि कई सरकारी एवं अर्द्धसरकारी कर्मी, स्वास्थ्यकर्मी और पुलिस कर्मी कोविड-19 महामारी का मुकाबला करने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं । उन्होंने कहा, ‘‘ मैं उन सभी को धन्यवाद देता हूं। सरकार इस वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए यथासंभव कोशिश कर रही है।’’
कोश्यारी ने लोगों को लॉकडाउन के कारण उत्पन्न मुश्किलों से राहत प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा उठाये गये कदमों एवं ग्रीन जोनों में उद्योगों को दी गयी इजाजत का जिक्र भी किया ।
उन्होंने कहा,‘‘ आर्थिक गतिविधि का चक्र चलता रहे, इसके लिए यह जरूरी है।’’
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