हैदराबाद, चार नवंबर तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने राज्य में कालेश्वरम लिफ्ट सिंचाई परियोजना के बैराज को हुए ‘नुकसान’ की अन्य राज्यों के विशेषज्ञों की एक समिति से गहन जांच कराने की शनिवार को मांग की।
इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव और उनके परिवार पर हमला करते हुए रेड्डी ने कहा कि वर्ष 2014 से 2018 के बीच सिंचाई विभाग के मंत्री टी हरीश राव और मुख्यमंत्री राव को जिम्मेदारी लेनी चाहिए और पद छोड़ देना चाहिए जिससे निष्पक्ष जांच का मार्ग प्रशस्त हो सके।
रेड्डी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘केंद्र सरकार को अन्य राज्यों के सिंचाई, निर्माण और गुणवत्ता नियंत्रण के विशेषज्ञों के साथ एक समिति का गठन करना चाहिए। कालेश्वरम परियोजना के सभी पंप और लिफ्ट की गहन और व्यापक जांच की जाए तथा एक रिपोर्ट जमा की जाए।’’
मेडीगड्डा बैराज को ‘‘नुकसान’’ की रिपोर्ट के बाद, राष्ट्रीय बांध सुरक्षा प्राधिकरण (एनडीएसए) ने दौरा किया और पाया कि बैराज गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है।
तेलंगाना के मुख्य सचिव को लिखे एक पत्र में एनडीएसए सदस्य संजय कुमार सिब्बल ने कहा कि वर्तमान स्थिति में बैराज ‘‘पूरी तरह से ठीक होने तक बेकार हो गया है।’’
रेड्डी ने जानना चाहा कि इस अनुपालन रिपोर्ट के बाद भी, जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पूरे प्रकरण की जांच के आदेश से क्यों पीछे हट रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ‘‘वसूली’’ कर रही है और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) नीत तेलंगाना सरकार के भ्रष्टाचार का समर्थन कर रही है।
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