तेजस्वी हुए आक्रमक: बिहार के 31 में से 18 मंत्रियों पर आपराधिक मामलों को लेकर रिपोर्ट सदन में पेश की
बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने शुक्रवार को सदन में एडीआर की एक रिपोर्ट पेश की जिसके अनुसार प्रदेश के 31 में से 18 मंत्रियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.
पटना, 19 मार्च: बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव (Tejaswi Prasad Yadav) ने शुक्रवार को सदन में एडीआर की एक रिपोर्ट पेश की जिसके अनुसार प्रदेश के 31 में से 18 मंत्रियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. बिहार विधानसभा में शुक्रवार को शून्यकाल के दौरान तेजस्वी ने एडीआर की एक रिपोर्ट का उल्लेख किया जिसके अनुसार 18 मंत्रियों के खिलाफ गंभीर प्रकृति के आपराधिक मामले दर्ज हैं जिनमें हत्या, अपहरण, डकैती आदि शामिल हैं. यह भी पढ़े: Bihar : NDA में उभरे विरोधी स्वर, MLC उम्मीदवारों के चयन पर नाराजगी
अध्यक्ष ने कहा कि आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर 10 साल पुराना एक मामला उनके खिलाफ भी लंबित है. उन्होंने तेजस्वी से कहा कि आप सहित कई और लोग हैं जो इस तरह के मामलों का सामना कर रहे हैं.
उन्होंने तेजस्वी को सदन में एडीआर रिपोर्ट पेश करने की अनुमति दी पर इसे सदन की कार्यवाही का हिस्सा बनाने से इनकार कर दिया. तेजस्वी ने शुक्रवार सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कहा कि उन्होंने कुछ दिन पहले भी यह मुद्दा उठाया था और अध्यक्ष ने उनसे इस संबंध में दस्तावेजी सबूत मांगे थे.
विधानसभा अध्यक्ष ने तेजस्वी को प्रश्नकाल के बाद इस मुद्दे को उठाने की अनुमति दी थी. विधानसभा में सत्तारूढ़ जदयू के मुख्य सचेतक श्रवण कुमार ने राजद नेता की एडीआर रिपोर्ट के जवाब में विधानसभा चुनाव 2020 के बाद तैयार की गई एडीआर की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि तेजस्वी प्रसाद यादव और उनके भाई तेज प्रताप यादव सहित 74 राजद विधायकों में से 54 आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं.
श्रवण ने कहा कि 73 प्रतिशत राजद विधायकों ने अपने चुनावी हलफनामों में अपने से जुड़े आपराधिक मामलों का जिक्र किया है. राजद के 44 विधायक गंभीर आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं.
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार तेजस्वी और उनके भाई तेज प्रताप यादव पर एससी-एसटी एक्ट, हत्या, आपराधिक साजिश से जुड़ा एक-एक मामला चल रहा है. राजद के चार विधायक पर एससी-एसटी एक्ट के तहत जबकि इसके आठ विधायकों पर हत्या और 10 अन्य पर हत्या के प्रयास के मामले चल रहे हैं.
इसके अलावा राजद के 16 विधायकों पर आपराधिक साजिश रचने; आईपीसी 120 बी के तहत मामले चल रहे हैं और 13 विधायकों पर धोखाधड़ी और बेईमानी से संपत्ति की डिलीवरी के लिए आईपीसी की धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया गया है.