देश की खबरें | तेजस्वी ने कहा: ईडी के समन में ‘कुछ नया नहीं’; पेश नहीं होने का दिया संकेत

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के नए समन का संभवत: पालन नहीं करने का संकेत देते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि ईडी के समन में ‘‘कुछ नया नहीं’’ है।

पटना, 21 दिसंबर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के नए समन का संभवत: पालन नहीं करने का संकेत देते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि ईडी के समन में ‘‘कुछ नया नहीं’’ है।

प्रवर्तन निदेशालय ने नया समन जारी कर तेजस्वी यादव से शुक्रवार को दिल्ली में पेश होने को कहा है।

राष्ट्रीय राजधानी से तीन दिनों की यात्रा के बाद पटना लौटे यादव ने जोर देकर कहा कि ईडी के समन में "कुछ भी नया नहीं" है।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसियां ​​भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के निर्देशों के अनुसार काम कर रही है।

यादव ने कहा, "समन में कुछ भी नया नहीं है। इन सभी एजेंसियों ईडी, सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) और आईटी (आयकर) विभाग ने मुझे पहले भी कई बार बुलाया है और मैं हर बार विधिवत पेश हुआ हूं लेकिन अब ऐसा लगता है कि यह नियमित बात बन गई है।"

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के युवा नेता ज़मीन के बदले नौकरी घोटाले में जांच एजेंसियों की जांच के दायरे में हैं। ईडी ने यादव के अलावा उनके पिता और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद को भी समन जारी किया है। लालू प्रसाद कथित घोटाला होने के समय रेल मंत्री थे। प्रसाद को 27 दिसंबर को पेश होने के लिए कहा गया है।

यादव ने कहा, "मैंने हमेशा कहा है कि यह इन एजेंसियों की गलती नहीं है जिन्हें इतने दबाव में काम करने के लिए मजबूर किया जा रहा है लेकिन मुझे यह बताना होगा कि कुछ समय पहले मैंने जो भविष्यवाणी की थी वह सच हो गई है।" उन्होंने कहा, ''मैंने कहा था कि राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव खत्म होते ही ये एजेंसियां फिर से काम पर लग जाएंगी और बिहार, झारखंड और दिल्ली पर अपना निशाना साधेंगी। आप देख सकते हैं कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ क्या हो रहा है।''

आम आदमी पार्टी के संस्थापक केजरीवाल प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष बृहस्पतिवार को पूछताछ के लिए एक बार फिर पेश नहीं हुए और आरोप लगाया कि समन राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के इशारे पर जारी किए गए हैं, जो विपक्ष की आवाज दबाना चाहते हैं।

केजरीवाल को ईडी ने बृहस्पतिवार को आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन वह बुधवार को 10 दिवसीय विपश्यना ध्यान सत्र के लिए चले गए।

बिहार के उपमुख्यमंत्री 19 दिसंबर को ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) गठबंधन की बैठक में शामिल हुए थे।

उन्होंने मीडिया के एक वर्ग में आई उन खबरों का खंडन किया कि राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके पिता के बीच खराब संबंधों के कारण कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा बैठक की मीडिया को जानकारी दिये जाने के समय दोनों में से कोई भी वहां मौजूद नहीं था।

यादव ने कहा, "बैठक सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई और यह एक सामूहिक निर्णय था कि केवल एक नेता संवाददाता सम्मेलन में बोलेगा। मीडिया का एक वर्ग एक एजेंडे पर काम करता है। उनकी विश्वसनीयता खो रही है और उनका मज़ाक उड़ाया जा रहा है।"

इस बीच, केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता गिरिराज सिंह यादव एवं प्रसाद के साथ एक ही उड़ान से दिल्ली से आए। उन्होंने यादव एवं प्रसाद के खिलाफ समन के बारे में सवालों को टाल दिया, लेकिन जब उनसे पूछा गया कि क्या उनकी राजद नेता के साथ उड़ान के दौरान बात हुई थी, उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, "हां, लालू जी ने मुझसे कहा कि अब वह तेजस्वी के लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी से कम कुछ भी स्वीकार नहीं करेंगे।"

राजद के पास मुख्यमंत्री की पार्टी जद (यू) (जनता दल-यूनाइटेड) की तुलना में कहीं अधिक विधायक हैं।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहले ही यह संकेत दे चुके हैं कि जब राज्य में 2025 में अगला विधानसभा चुनाव होगा तो वह उपमुख्यमंत्री तेजस्वी को अपना पद सौंप देंगे।

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