इस्लामाबाद, 25 अगस्त अफगान तालिबान के कतर स्थित राजनीतिक कार्यालय के एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से मुलाकात की और अफगानिस्तान में 19 साल से जारी संघर्ष की समाप्ति के लिए अंतर-अफगान वार्ता प्रक्रिया पर चर्चा की। यह जानकारी मीडिया की एक खबर से मिली है।
राजनीतिक कार्यालय निदेशक एवं राजनीतिक मामलों के लिए तालिबान के उप अमीर मुल्ला बरादर के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल सोमवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के निमंत्रण पर पहुंचा था।
यह भी पढ़े | बांग्लादेश के महान स्वतंत्रता सेनानी सीआर दत्ता का 93 साल की उम्र में निधन.
‘डॉन न्यूज’ की खबर के अनुसार बैठक के दौरान, अफगान प्रतिनिधिमंडल ने कुरैशी को अमेरिका और तालिबान के बीच शांति समझौते पर हुई प्रगति की जानकारी दी।
कुरैशी ने बैठक के दौरान कहा, ‘‘पाकिस्तान ने शुरू से ही यह रुख अपनाया है कि एक दीर्घकालिक और स्थायी समाधान केवल अफगानों की बातचीत के माध्यम से ही प्राप्त हो सकती है। ’’
उन्होंने बैठक के बाद पत्रकारों से कहा कि तालिबान नेतृत्व के साथ बैठक दो घंटे तक चली।
उन्होंने कहा कि तालिबान नेतृत्व को लगता है कि पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में शांति लाने में सकारात्मक भूमिका निभाई है। आगे का रास्ता केवल बातचीत से निकल सकता था।
उन्होंने कहा कि दोहा में हुए समझौते को लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसमें आने वाली अड़चनों को बातचीत से दूर किया जा सकता है।
कुरैशी ने उम्मीद जतायी कि अफगान नेतृत्व उस ‘‘दुर्लभ मौके’’ का पूरा लाभ उठाएगा जो शांति समझौते के रूप में मिला है। उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान अफगान शांति प्रक्रिया में अपनी भूमिका निभाता रहेगा और क्षेत्र में शांति सुनिश्चित करेगा।’’
पिछले 10 महीनों में मुल्ला बरादर की यह दूसरी पाकिस्तान यात्रा है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)