विलियम लाई ने शुक्रवार को ताइपे में विदेशी संवाददाताओं के साथ एक बैठक में कहा कि चीन ने ‘‘आगामी चुनावों को कमजोर करने के प्रयास में संभावित रूप से ताइवान के कृषि उत्पादों को निशाना बनाया है।’’
उनकी यह टिप्पणी तब आई है, जब चीन ने सोमवार को घोषणा की कि वह अधिकारियों द्वारा फल पर ‘‘कीट’’ पाए जाने के बाद ताइवान से आम का आयात निलंबित कर देगा।
व्यापार पर अंकुश को काफी हद तक राजनीति से प्रेरित माना जा रहा है।
ताइवान में जनवरी 2024 में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं।
ताइवान एक स्व-शासित लोकतंत्र है, जिस पर चीन अपना दावा करता है। चीन और ताइवान 1949 में एक गृह युद्ध के बाद विभाजित हो गए थे, जो सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के मुख्य भूमि पर नियंत्रण के साथ ही समाप्त हुआ।
लाई ने शुक्रवार को कहा, ‘‘चीन हर तरह की रणनीति के साथ चुनाव में हस्तक्षेप करने की उम्मीद कर रहा होगा, लेकिन अगर वे सफल हो गए, तो यह ताइवान के लोकतंत्र को कमजोर करने जैसा होगा।’’
डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी के उम्मीदवार के रूप में लाई अधिकतर जनमत सर्वेक्षणों में अपने प्रतिद्वंद्वियों स्वतंत्रता की पक्षधर ताइवान पीपुल्स पार्टी के उम्मीदवार को वेन-जे और चीनी झुकाव वाली कुओमितांग पार्टी के होउ यू-इह से आगे हैं।
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