जरुरी जानकारी | उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में शेयर बाजार ने शुरुआती लाभ गंवाया, सेंसेक्स 36 अंक टूटा

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. स्थानीय शेयर बाजारों में बृहस्पतिवार को शुरुआती बढ़त बरकरार नहीं रह पाई और भारी उतार-चढ़ाव के बीच बीएसई सेंसेक्स 35.68 अंक के मामूली नुकसान में रहा। लार्सन एंड टुब्रो में बिकवाली तथा देश में महंगाई का आंकड़ा जारी होने से पहले निवेशकों के सतर्क रुख से बाजार में गिरावट आई।

मुंबई, 11 मई स्थानीय शेयर बाजारों में बृहस्पतिवार को शुरुआती बढ़त बरकरार नहीं रह पाई और भारी उतार-चढ़ाव के बीच बीएसई सेंसेक्स 35.68 अंक के मामूली नुकसान में रहा। लार्सन एंड टुब्रो में बिकवाली तथा देश में महंगाई का आंकड़ा जारी होने से पहले निवेशकों के सतर्क रुख से बाजार में गिरावट आई।

तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 35.68 अंक यानी 0.06 प्रतिशत की गिरावट के साथ 61,904.52 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह एक समय यह 62,000 अंक के पार पहुंच गया था। यह ऊंचे में 61,823.07 अंक तक गया और नीचे में 62,168.22 अंक तक आया।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 18.10 अंक यानी 0.10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 18,297 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स की कंपनियों में लार्सन एंड टुब्रो सबसे ज्यादा पांच प्रतिशत से अधिक नुकसान में रही। कंपनी के गैर-कार्यकारी चेयरमैन एएम नायक के पद से हटने के निर्णय की खबर के बाद कंपनी का शेयर नीचे आया है।

इसके अलावा आईटीसी, भारती एयरटेल, रिलायंस इंडस्ट्रीज, इन्फोसिस, टाटा स्टील, टेक महिंद्रा और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के शेयर भी नीचे आए।

दूसरी तरफ, एशियन पेंट्स में सर्वाधिक 3.22 प्रतिशत की तेजी आई। कंपनी का एकीकृत लाभ 2022-23 की चौथी तिमाही में 43.97 प्रतिशत बढ़कर 1,258.41 करोड़ रुपये पहुंचने के साथ इसका शेयर चढ़ गया।

हिंदुस्तान यूनिलीवर, एनटीपीसी, इंडसइंड बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट और मारुति भी लाभ में रहे।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘कुछ प्रमुख कंपनियों के कमजोर तिमाही परिणाम से घरेलू बाजार में लाभ प्रभावित हुआ।’’

उन्होंने कहा, ‘‘एशिया के अन्य बाजारों में कमजोर रुख से धारणा प्रभावित हुई। धातु और पूंजीगत सामान बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में बिकवाली दबाव के बीच अंत में यह यह मामूली नुकसान के साथ बंद हुआ। हाल की तेजी के बाद निवेशक संभवत: ‘देखो और इंतजार करो’ की नीति अपना रहे हैं।’’

नायर ने कहा कि अमेरिका में मुद्रास्फीति के पांच प्रतिशत से नीचे आने से वैश्विक स्तर पर कुछ सकारात्मक रुख रहा। इससे संकेत मिला है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने बढ़ती महंगाई को थामने के लिये जो कदम उठाये हैं, वे प्रभावी रहे हैं।’’

निवेशकों को शुक्रवार को जारी होने वाले मुद्रास्फीति के आंकड़ों की भी प्रतीक्षा है।

एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में जबकि जापान का निक्की लाभ में रहा।

यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में तेजी का रुख रहा। अमेरिकी बाजार बुधवार को नुकसान में रहे।

शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक बुधवार को शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने 1,833.13 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।

इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.93 प्रतिशत की तेजी के साथ 77.12 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।

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