जरुरी जानकारी | बैंक, वित्तीय शेयरों में बिकवाली से शेयर बाजार में गिरावट, सेंसेक्स 427 अंक लुढ़का
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. स्थानीय शेयर बाजार में दो दिन से जारी तेजी पर बुधवार को विराम लगा और बीएसई सेंसेक्स 427 अंक लुढ़क गया। वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख के बीच बैंक और वित्तीय शेयरों में बिकवाली से बाजार नीचे आया।
मुंबई, 30 अक्टूबर स्थानीय शेयर बाजार में दो दिन से जारी तेजी पर बुधवार को विराम लगा और बीएसई सेंसेक्स 427 अंक लुढ़क गया। वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख के बीच बैंक और वित्तीय शेयरों में बिकवाली से बाजार नीचे आया।
कारोबारियों के अनुसार, कंपनियों के कमजोर तिमाही परिणाम और विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी जारी रहने से बाजार धारणा प्रभावित हुई।
बीएसई सेंसेक्स 426.85 अंक यानी 0.53 प्रतिशत टूटकर 79,942.18 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सूचकांक ऊंचे में 80,435.61 अंक तक गया और नीचे में 79,821.99 अंक तक आया।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 126 अंक यानी 0.51 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,340.85 अंक पर बंद हुआ।
कारोबारियों ने कहा कि एफआईआई की बिकवाली नरम होने और घरेलू शेयरों के मूल्यांकन में कुछ सुधार घरेलू बाजार के लिए सकारात्मक संकेत हैं।
सेंसेक्स में शामिल तीस शेयरों में इन्फोसिस, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, भारतीय स्टेट बैंक, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, एक्सिस बैंक, एनटीपीसी और एचडीएफसी बैंक नुकसान में रहे।
इसके रुख के उलट मारुति, इंडसइंड बैंक, अदाणी पोर्ट्स, आईटीसी और अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयर लाभ के साथ बंद हुए।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को 548.69 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा, ‘‘निकट भविष्य में बाजार दो कारकों...सकारात्मक और नकारत्मक... से प्रभावित होगा। सकारात्मक बात एफआईआई की बिकवाली में तेजी से आ रही कमी है और यह मंगलवार को यह 548 करोड़ रुपये रही। यह संकेत है कि ‘भारत में बेचो और चीन में खरीदो’ का जो रुख था, वह समाप्त होने जा रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) और खुदरा निवेशकों की लिवाली जारी रहने तथा एफआईआई की बिकवाली नरम होने से निकट भविष्य में बाजार को गति मिलने की उम्मीद है। बाजार पर त्योहारों का भी सकारात्मक असर पड़ने की उम्मीद है। हालांकि, तेजी का रुख लंबे समय तक बने रहने की संभावना कम है क्योंकि दूसरी तिमाही में कंपनियों के वित्तीय परिणाम इस बात के संकेत हैं कि 2024-25 उनके लिए नरम रहेगा।’’
छोटी कंपनियों के शेयरों से जुड़ा बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 1.54 प्रतिशत उछला जबकि मझोली कंपनियों से संबंधित मिडकैप 0.04 प्रतिशत चढ़ा।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा शोध प्रमुख दीपक जसानी ने कहा, ‘‘वैश्विक शेयर बाजार बुधवार को दबाव में आये क्योंकि निवेशकों ने अमेरिकी फेडरल रिजर्व के निर्णय, अमेरिका में चुनाव और अक्टूबर की नौकरियों की रिपोर्ट आने से पहले सतर्क रुख अपनाया।’’
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में जबकि जापान का निक्की सकारात्मक दायरे में रहा।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में गिरावट का रुख रहा। अमेरिकी बाजारों में मंगलवार को मिला-जुला रुख था।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.63 प्रतिशत चढ़कर 71.57 डॉलर प्रति बैरल रहा।
बीएसई सेंसेक्स मंगलवार को 363.99 अंक चढ़ा था जबकि एनएसई निफ्टी में 127.70 अंक का लाभ रहा था।
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