Omicron Variant: देश में अभी तक ‘ओमीक्रोन’ के 358 मामले आए सामने
प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credits File Photo)

नयी दिल्ली, 24 दिसंबर : भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ के 122 नए मामले सामने आने के बाद, देश में इस स्वरूप के मामले बढ़कर 358 हो गए. इनमें से 114 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं या अन्य स्थानों पर चले गए हैं. ये मामले 17 राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों में सामने आए. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि महाराष्ट्र में ‘ओमीक्रोन’ स्वरूप के सबसे अधिक 88 मामले, दिल्ली में 67, तेलंगाना में 38, तमिलनाडु में 34, कर्नाटक में 31 और गुजरात में 30 मामले सामने आए. मंत्रालय की ओर से सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, भारत में एक दिन में कोविड-19 के 6,650 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,47,72,626 हो गई. वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 77,516 रह गई है. 374 और संक्रमितों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,79,133 हो गई. आंकड़ों के अनुसार, देश में लगातार 57 दिन से कोविड-19 के दैनिक मामले 15 हजार से कम हैं. उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 77,516 हो गयी है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 0.22 प्रतिशत है. यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है.

पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 775 की कमी दर्ज की गयी है. मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.40 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सर्वाधिक है. मंत्रालय आंकड़ों के अनुसार, दैनिक संक्रमण दर 0.57 प्रतिशत दर्ज की गयी, जो पिछले 81 दिन से दो प्रतिशत से कम है. साप्ताहिक संक्रमण दर 0.59 प्रतिशत दर्ज की गयी, जो पिछले 40 दिन से एक प्रतिशत से कम है. देश में अभी तक कुल 3,42,15,977 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 से मृत्यु दर 1.38 प्रतिशत है. राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 140.31 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है. यह भी पढ़ें : Karnataka: अवैध निर्माणों पर रोक लगाने में नाकाम अधिकारियों पर होगी कार्रवाई

देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी. वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे. देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे.