Russia-Ukraine War: यूक्रेन के ल्वीव शहर में रूस ने दागी मिसाइलें, हमले में छह लोगों की मौत
यूक्रेन में रूस सेना का हमला (Photo Credits: Twitter)

गौरतलब है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण मारियुपोल में ‘‘आखिरी दम तक लड़ने’’ का संकल्प जताया है. रूसी सेना ने बंदरगाह शहर के एक विशाल इस्पात संयंत्र को नष्ट कर दिया है, जो दक्षिणी यूक्रेन के शहर मारियुपोल में प्रतिरोध का आखिरी स्थान था.

विस्फोटों के बाद ल्वीव पर घने, काले धुएं के गुबार उठ रहे थे, जिसे ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ के कर्मचारियों ने देखा. ल्वीव और पश्चिमी यूक्रेन के बाकी हिस्से, देश के अन्य हिस्सों की तुलना में रूसी आक्रमण के कारण कम प्रभावित हुए हैं और अभी तक शहर को अपेक्षाकृत सुरक्षित आश्रय माना जाता रहा था.

ल्वीव के स्थानीय गवर्नर मकसिम कोजित्स्काई ने बताया कि रूस के चार मिसाइल हमलों में छह लोगों की मौत हो गई और एक बच्चे सहित आठ अन्य घायल हो गए. तीन हमले सैन्य ढांचों पर, जबकि एक हमला टायर की दुकान पर हुआ. उन्होंने कहा कि आपातकालीन दस्ते हमलों से लगी आग बुझाने में जुटे हैं.

सैन्य विश्लेषकों का कहना है कि रूस, यूक्रेन के रूसी भाषी पूर्वी औद्योगिक क्षेत्र डोनबास में एक बड़े जमीनी हमले को रोकने के उद्देश्य से उसकी क्षमता को कम करने के लिए यूक्रेन में हथियार कारखानों, रेलवे और अन्य बुनियादी ढांचों को निशाना बना रहा है.

देश के विभिन्न हिस्सों में मिसाइल और रॉकेट दागे गए हैं. जेलेंस्की ने रूसी सैनिकों पर अपने नियंत्रण वाले क्षेत्रों में लोगों को यातनाएं देने और उन्हें अगवा करने का आरोप लगाया है. यूक्रेन के प्रधानमंत्री डेनिस शिमगल ने रविवार को ‘एबीसी’ से कहा, ‘‘हम इस युद्ध में जीत के लिए आखिरी सांस तक लड़ाई लड़ेंगे. यूक्रेन कूटनीति के जरिए युद्ध को समाप्त करने को तैयार है, लेकिन हमारा इरादा आत्मसमर्पण का नहीं है.’’

उन्होंने कहा कि यूक्रेन, यदि संभव हो तो कूटनीति के माध्यम से युद्ध को समाप्त करने के लिए तैयार है, ‘‘लेकिन हमारा इरादा आत्मसमर्पण करने का नहीं है.’’ यूक्रेन के उप रक्षामंत्री हन्ना मालयार ने मारियुपोल को ‘‘यूक्रेन की रक्षा करने वाली ढाल’’ बताया. उन्होंने कहा कि मारियुपोल पर रूस के हमले के बावजूद यूक्रेनी बल डटे हुए हैं.

जेलेंस्की ने रूसी सैनिकों पर अपने नियंत्रण वाले क्षेत्रों में लोगों को यातनाएं देने और उन्हें अगवा करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि उनके सैनिक पूर्वी यूक्रेन को ‘‘सुरक्षित रखने के लिए सबकुछ कर रहे हैं.’’

जेलेंस्की ने रविवार की शाम राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘यातना कक्ष बनाए गए हैं. वे स्थानीय सरकारों के प्रतिनिधियों और स्थानीय समुदाय के लोगों का अपहरण कर रहे हैं.’’ उन्होंने कहा कि मानवीय सहायता सामग्री की चोरी की गई है, जिससे घोर संकट की स्थिति उत्पन्न हो रही है.

जेलेंस्की ने दुनिया से रूस के खिलाफ बैंकिंग क्षेत्र और तेल उद्योग सहित अन्य क्षेत्रों में लगाए प्रतिबंधों को बढ़ाने का एक बार फिर आह्वान किया. उन्होंने कहा, ‘‘ यूरोप और अमेरिका में हर कोई देख सकता है कि रूस खुले तौर पर पश्चिमी समाज को अस्थिर करने के लिए ऊर्जा का उपयोग कर रहा है. इसका मुकाबला करने के लिए पश्चिमी देशों को तेजी से नए एवं शक्तिशाली प्रतिबंध लगाने चाहिए.’’

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