मुलायम पर सिन्हा के पुराने बयान: मौर्य-पाठक ने अखिलेश से मांगा जवाब, सपा ने कहा दोनों 'प्रचारजीवी'
उत्तर प्रदेश के दोनों उप मुख्यमंत्रियों केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने शुक्रवार को राष्ट्रपति पद चुनाव में विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को समर्थन देने की घोषणा करने वाली समाजवादी पार्टी (सपा) पर निशाना साधा.
लखनऊ, 16 जुलाई : उत्तर प्रदेश के दोनों उप मुख्यमंत्रियों केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने शुक्रवार को राष्ट्रपति पद चुनाव में विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को समर्थन देने की घोषणा करने वाली समाजवादी पार्टी (सपा) पर निशाना साधा. उन्होंने सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव को आईएसआई (पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी)का एजेंट बताने वाले सिन्हा के कथित पुराने बयान का हवाला देते हुए अखिलेश यादव से जवाब मांगा. दूसरी ओर, सपा ने पलटवार करते हुए दोनों उप मुख्यमंत्रियों को 'प्रचारजीवी' करार दिया. पार्टी ने सवाल किया कि आपकी पार्टी (भाजपा)और आपकी पार्टी के नेताओं का देश के स्वतंत्रता आंदोलन में क्या योगदान रहा है. उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने शुक्रवार को अखबार की एक पुरानी कतरन की तस्वीर ट्विटर पर साझा की, जिसमें यशवंत सिन्हा का बयान छपा है और उसमें सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव को सिन्हा द्वारा कथित तौर पर ‘‘आईएसआई का एजेंट’’ कहा गया है.
शुक्रवार की शाम केशव प्रसाद मौर्य ने अंग्रेजी के एक अखबार की '' मुलायम इज एन आईएसआई एजेंट'' शीर्षक की खबर ट्विटर पर साझा की, जिसमें यह आरोप यशवंत सिन्हा द्वारा लगाया गया है. मौर्य ने इस खबर को साझा करते हुए ट्वीट किया, '' सपा अध्यक्ष श्री अखिलेश जी यादव जिन्हें आप राष्ट्रपति पद के लिए समर्थन दे रहे हैं, श्री मुलायम सिंह यादव जी के लिए दिये बयान पर क्या कहेंगे.'' इसके कुछ घंटों बाद राज्य के दूसरे उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने ट्विटर पर यही खबर साझा की और लिखा '' श्री मुलायम सिंह जी को आईएसआई का एजेंट बताने वाले महानुभाव का राष्ट्रपति पद के लिए समर्थन कर श्री अखिलेश जी ने एक बार फिर अपने व समाजवादी पार्टी के संस्कारों को प्रदेश के समक्ष उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किया है.'' दोनों उप मुख्यमंत्रियों की ओर से यह सवाल उठाये जाने के बाद समाजवादी पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया '' उत्तर प्रदेश के 'प्रचारजीवी' उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक आप ये बताइए कि आपकी पार्टी और आपकी पार्टी के नेताओं का देश के स्वतंत्रता आंदोलन में क्या योगदान रहा है.' यह भी पढ़ें : बिहार के भोजपुर जिले में परीक्षा केंद्र में मोबाइल लेकर जाने पर 80 बीएड के छात्र निष्कासित
गौरतलब है कि राष्ट्रपति चुनाव के तहत आगामी 18 जुलाई को मतदान होगा. उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में मतदान की तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है और इस बीच राज्य की मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी के सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) ने शुक्रवार को राष्ट्रपति पद के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को अपना समर्थन देने की घोषणा कर दी है. राज्य में सुभासपा के छह विधायक हैं. अखिलेश यादव के चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष व सपा विधायक शिवपाल सिंह यादव पहले ही मुर्मू को अपना समर्थन देने की घोषणा कर चुके हैं.