चंडीगढ़, पांच नवंबर कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने पंजाब कांग्रेस प्रमुख के पद से अपना इस्तीफा वापस ले लिया है। सिद्धू ने करीब एक महीने पहले पद छोड़ने का निर्णय लिया था।
सिद्धू ने कहा, ‘‘मैंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है।’’
सिद्धू ने हालांकि, यहां संवाददाता सम्मेलन में यह घोषणा करते हुए कहा कि जिस दिन पंजाब को नया महाधिवक्ता मिलेगा, वह कार्यभार संभाल लेंगे।
उन्होंने इससे पहले राज्य के महाधिवक्ता के रूप में वरिष्ठ अधिवक्ता ए पी एस देओल की नियुक्ति पर अपनी आपत्ति व्यक्त की थी।
देओल ने पूर्व डीजीपी सुमेध सिंह सैनी का प्रतिनिधित्व किया था, जिन्होंने छह साल पहले तब राज्य पुलिस का नेतृत्व किया था, जब बेअदबी की घटनाएं हुई थीं और प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की गोलीबारी हुई थी।
सिद्धू ने इस बात पर जोर दिया कि बरगाड़ी बेअदबी और मादक पदार्थ के मुद्दों को तार्किक निष्कर्ष पर ले जाने के लिए महाधिवक्ता और डीजीपी के पद महत्वपूर्ण हैं।
उन्होंने 28 सितंबर को पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में सिद्धू ने कहा था कि वह पार्टी की सेवा करना जारी रखेंगे। उन्होंने इस साल जुलाई में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष का पद संभाला था।
उन्होंने त्याग पत्र में लिखा, ‘‘एक आदमी के चरित्र के पतन की शुरुआत समझौते से होती है। मैं पंजाब के भविष्य और पंजाब के कल्याण के एजेंडे से कभी समझौता नहीं कर सकता।’’
कांग्रेस महासचिव और पंजाब मामलों के पूर्व प्रभारी हरीश रावत ने हाल ही में कहा था कि सिद्धू पार्टी की प्रदेश इकाई के प्रमुख बने रहेंगे।
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