Salman Khan Firing Case: सलमान के आवास के बाहर गोलीबारी कांड: हरियाणा से पकड़े गये आरोपी को मुंबई पुलिस की हिरासत में भेजा गया
Salman Khan (Photo Credits: Instagram)

मुंबई, 14 मई: मुंबई की एक अदालत ने यहां पिछले महीने बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के आवास के बाहर गोलीबारी के सिलसिले में गिरफ्तार किये गये लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के एक सदस्य को 22 मई तक के लिए मुंबई पुलिस की हिरासत में भेज दिया. एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी की पहचान हरियाणा के फतेहाबाद के निवासी हरपाल सिंह (34) के रूप में हुई है और उसे मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने सोमवार शाम को उसके गृहनगर से पकड़ा था. मुंबई लाये जाने के बाद सिंह को यहां एक विशेष मकोका अदालत में पेश किया गया. पुलिस ने अदालत से इस आधार पर 14 दिनों के लिए उसकी हिरासत मांगी थी कि जांच अभी प्रारंभिक चरण में है और इस मामले में आरोपी की भूमिका तय करने के लिए गहन जांच की जरूरत है.

अभियोजन पक्ष ने कहा कि इस मामले में पहले गिरफ्तार किये गये एक अन्य आरोपी से पूछताछ के दौरान सिंह का नाम सामने आया. बंद कमरे के अंदर हुई सुनवाई के दौरान विशेष न्यायाधीश बी डी शेल्के ने सिंह को 22 मई तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया. सिंह गोलीबारी कांड के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया छठा आरोपी है. मुंबई के बांद्रा इलाके में 14 अप्रैल को गैलेक्सी अपार्टमेंट में खान के निवास के बाहर मोटरसाइकिल सवार दो लोग गोलियां चलाने के बाद भाग गए थे. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी मोहम्मद रफीक चौधरी से पूछताछ के दौरान सिंह का नाम सामने आया था. चौधरी भी बिश्नोई गिरोह का ही सदस्य है और गोलीबारी के इस प्रकरण में उसे इस माह के प्रारंभ में गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने बताया कि सिंह ने चौधरी से खान के आवास की टोह लेने को कहा था और उसे दो-तीन लाख रुपये भी दिये थे. यह भी पढ़ें : पंजाब: ‘आप’ उम्मीदवार करमजीत सिंह अनमोल और भाजपा के सुभाष शर्मा ने दाखिल किये नामांकन पत्र

लॉरेंस बिश्नोई फिलहाल गुजरात के अहमदाबाद में साबरमती केंद्रीय कारागार में बंद है . उसका छोटा भाई अनमोल बिश्नोई इस गोलीबारी कांड में नामजद है. समझा जाता है कि अनमोल बिश्नोई फिलहाल अमेरिका या कनाडा में है. कथित शूटर सागर पाल एवं विकी गुप्ता को 14 अप्रैल की गोलीबारी की घटना के 48 घंटे के अंदर गिरफ्तार किया गया था. सागर पाल और विकी गुप्ता बिहार के रहने वाले हैं. पाल और गुप्ता को सोनू बिश्नोई और अनुज थापन ने कथित रूप से हथियार उपलब्ध कराये थे. सोनू और अनुज को बाद में पंजाब से पकड़ा गया था. थापन ने एक मई को यहां पुलिस हिरासत में कथित रूप से फांसी लगा ली थी.