देश की खबरें | राकांपा नेता का हवाला देकर शिवसेना विधायक का दावा: एमवीए ने वरिष्ठों को मंत्रिपद नहीं दिया

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. महाराष्ट्र में सोलापुर जिले से शिवसेना के एक विधायक ने रविवार को कहा कि वह भाजपा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और अन्य छोटे दलों के सहयोग से ही 2019 का चुनाव जीत पाये।

पुणे, नौ जनवरी महाराष्ट्र में सोलापुर जिले से शिवसेना के एक विधायक ने रविवार को कहा कि वह भाजपा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और अन्य छोटे दलों के सहयोग से ही 2019 का चुनाव जीत पाये।

संगोला निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले शिवसेना विधायक शाहजीबापू पाटिल ने पंढरपुर में एक सभा में यह आरोप भी लगाया कि राकांपा के बबन शिंदे जैसे वरिष्ठ विधायकों को राज्य की एमवीए सरकार में मंत्रिपद से वंचित कर दिया गया।

पाटिल ने कहा कि चुनाव के बाद उन्हें कोई विभाग नहीं दिया गया और उनसे पार्टी ने चुप रहने को कहा।

उन्होंने दावा किया, ‘‘तहसील में शिवसेना के महज 1100 वोट थे। उसके बाद भी मैं भाजपा, राकांपा एवं अन्य दलों के सहयोग के कारण ही विधायक निर्वाचित हुआ।’’

उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली महाविकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार में राकांपा एवं कांग्रेस सहयोगी दल हैं।

शिवसेना 2019 के चुनाव के बाद भाजपा से यह दावा करते हुए अलग हो गयी थी कि मुख्यमंत्री पद का उसका ‘उचित’ दावा खारिज कर दिया गया।

पाटिल ने कहा, ‘‘ यह समझ में आता है कि मैं शिवसेना के लिए नया हूं लेकिन राकांपा के बबनराव शिंदे जैसे अन्य लोग हैं जो पिछले 30 सालों से जीतते आ रहे हैं लेकिन उन्हें भी कोई मंत्रिपद नहीं दिया गया। ’’

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