जोधपुर (राजस्थान), आठ मई केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान के जोधपुर और करौली में हुई सांप्रदायिक झड़पों की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की रविवार को मांग की।
शेखावत ने प्रशासन और पुलिस पर दबाव में काम करने का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी कि यदि मामले में न्याय सुनिश्चित नहीं किया गया तो वे सड़कों पर उतरेंगे।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सीबीआई जांच से पता चलेगा कि दोनों घटनाओं के बीच कुछ संबंध रहे होंगे।’’
इन झड़पों को लेकर भाजपा पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आरोपों का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सीबीआई जांच से यह स्पष्ट हो जाएगा कि इन घटनाओं के पीछे कौन हैं।
शेखावत ने कहा, ‘‘सोमवार रात और मंगलवार को जोधपुर में जो हुआ वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण था और कुछ लोगों ने अन्य को उत्सव के उत्साह से वंचित कर दिया। अब सवाल यह है कि शहर से शांति और सद्भाव छीनने वाले ये लोग कौन थे?’’
मुख्यमंत्री गहलोत के संसदीय क्षेत्र जोधपुर में स्वतंत्रता सेनानी बालमुकुंद बिस्सा की प्रतिमा के बगल में स्थित जालोरी गेट सर्कल पर इस्लामी झंडा लगाने को लेकर ईद-उल-फितर से पहले सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात को तनाव व्याप्त हो गया था। दूसरे समुदाय के सदस्यों ने आरोप लगाया कि उन्होंने परशुराम जयंती से पहले वहां जो झंडा लगाया था, वह गायब हो गया। मामला पथराव और झड़प में तब्दील हो गया।
जोधपुर में रविवार शाम चार बजे से इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई जिससे नागरिकों को सुविधा हुई। प्रशासन ने सोमवार सुबह सात बजे से शाम सात बजे तक कर्फ्यू में और ढील देने का भी फैसला किया है।
जोधपुर में हुई हिंसा के सिलसिले में अब तक 250 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। राजस्थान के करौली में हिंसा 2 अप्रैल को हुई थी जब कुछ लोगों ने हिंदू नव वर्ष के अवसर पर एक बाइक रैली पर कथित तौर पर पथराव किया था। कई वाहनों और दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया था। हिंसा में 35 से अधिक लोग घायल हुए थे।
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